कोरबा (Korba)। जिले के बांगो डेम के पास टुकड़ों में मिली लाश के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। अंधेकत्ल का रहस्य पुलिस ने दो दिन में ही सुलझा लिया। युवक की हत्या उससे सोशल मीडिया के जरिए परिचित होने वाली एक नाबालिग लड़की व उसके प्रेमी ने मिलकर की थी। रुपयो के लालच में दोनों ने मिलकर हत्या की और लाश के टूकड़े-टूकड़े कर बांगो डेम के पास फेंक दिया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपी को ओड़िशा से गिरफ्तार किया और नाबालिग लड़की को कोरबा से पकड़ा।
बता दें 10 जुलाई 2024 को सूचना मिली कि गोपालपुर चौकी चैतमा के डेम से बोरी में कई टुकड़ो में शव मिला। किसी ने बड़ी ही बेरहमी से युवक की हत्या की और टूकड़ों में शव को बोरे व बैग में बंद कर फेंक दिया था। मृतक का शव दो बोरियों के साथ-साथ एक बैग में गोपालपुर डेम से बरामद किया गया। शव के टुकड़ो के साथ मिले आधार कार्ड, पासपोर्ड एवं फ्लाईट टिकिट के आधार पर मृतक की पहचान मोहम्म्द वसीम अंसारी पिता मो. जमीर अंसारी (20) निवासी कांतातोला रांची झारखण्ड के रूप में हुई। पुलिस को यह भी पता चला कि मो. वसीम पिछले दो वर्षो से सउदी अरब में रह रहा था। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने मामले की जांच कर जल्द खुलासा करने का निर्देश दिया था।
सोशल मीडिया के जरिए कोरबा की लड़की से परिचय
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक वसीम अंसारी की सोशल मिडिया के माध्यम से ग्राम बांसटाल चैतमा थाना पाली की नाबालिग लड़की से परिचय हुआ था। दोनों एक-दूसरे से चैटिंग करते रहते थे। नाबालिग का बांसटाल चैतमा जिला कोरबा निवासी राजा खान (20) प्रेम संबंध था और वह वसीम अंसारी से चैटिंग करती थी। इस बीच नाबालिग को पता चला कि वसीम सऊदी से वापस लौट रहा है। इसकी जानकारी नाबालिग ने अपने प्रेमी राजा खान को दी। दोनों ने सोचा वसीम सऊदी से आ रहा है तो काफी पैसा भी होगा। इसके बाद नाबालिग ने उसे कोरबा आने कहा।
लोहे के चापड से किया वार, लाश किए टुकड़े
मो. वसीम अंसारी 1 जुलाई को फ्लाईट से दिल्ली और दिल्ली से रांची पहुंचा और दूसरे दिन ट्रेन से बिलासपुर पहुंच गया। बिलासपुर में वसीम खान को लेने उसकी नाबालिग प्रेमिका पहुंची और उसे लेकर बांसटाल चैतमा अपने प्रेमी राजा खान के घर पहुंची। दोनों ने पहले से वसीम की हत्या का प्लान बना लिया था। रात करीब 11 बजे नाबालिग वसीम से बातें कर रही थी इस दौरान पीछे से राजा खान ने चापड़ से वार कर दिया। चापड़ के वार से वसीम चटपटाने लगा। इसके बाद राजा खान ने कई वार किए और सिर को धड़ से अलग कर दिया और शरीर को टूकड़ों में काटकर अलग-अलग तीन ब्लास्टिक बोरी, पिठठू बैग एवं एक ट्रॉली बैग में ईट डालकर बांधकर बांगो डेम में फेंक दिया। सुबह होने के कारण शव के शेष बचे हिस्सो को घर में छिपाकर रखा और 3 जुलाई की रात्रि लगभग 11 बजे स्प्लेंडर से गोपालपुर डेम में फेंक कर घर वापस आ गये।
सोने की चेन व खाते की रकम की पार
हत्या के बाद नाबालिग लड़की व राजा खान ने मृतक की सोने की चेन व अन्य सामान घर में छिपा दिया। मृतक के मोबाइल का पासवर्ड नाबालिग को पता था। उसने लॉक खोलकर यूपीआई के माध्यम से अकाउंट बैलेंस चेक किया तो तीन लाख रुपए थे। इस रकम को राजा खान ने अलग अलग खातों में ट्रांसफर कर दिया। साथ ही अपनी प्रेमिका के लिए ज्वेलरी लिया ओर किराए की बोलेरो का पेमेंट भी किया। इसके बाद आरोपी ओड़िशा भाग गया। पुलिस ने उसकी लोकेशन ली और उसे गिरफ्तार कर कोरबा लाया गया। आरोपी की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त चापड़, मोटर सायकल एवं मृतक का मोबाईल जब्त किया गया। आरोपी को न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर प्रकरण की सहअभियुक्ता नाबालिग बालिका को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस पूरी कार्रवाई में नगर पुलिस अधीक्षक दर्री रविंद्र कुमार मीना, थाना प्रभारी पाली चमन लाल सिन्हा, चौकी प्रभारी चैतमा चन्द्रपाल खाण्डे, विमलेश भगत, एएसआई पुरसोत्तम उइके, आरक्षक अनिल कुर्रे, आशीष साहू तथा सायबर टीम के प्रधान आरक्षक राजेश कंवर, चन्द्रशेखर पाण्डेय, आरक्षक रवि चौबे, डेमन ओग्रे, बिरकेश्वर प्रताप सिंह, आलोक टोप्पो, सुशील यादव, महिला आरक्षक सुषमा डहरिया आदि की भूमिका सराहनीय रही।