1 इंसास रायफल, 303 रायफल, 315 बोर रायफल, 1 बीजीएल लांचर सहित भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
नारायणपुर। जिले के अबूझमाड़ में हुए एनकाउंटर के बाद सभी नक्सलियों के शवों को कैंप में ला दिया गया गया। मारे गए नक्सलियों में 6 की पहचान हो गई है वहीं 2 की पहचान का प्रयास किया जा रहा है। एनकाउंटर के बाद सर्चिंग के दौरान सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में हथियार व विस्फोटक बरामद किया है। मृत नक्सलियों में 3 डीवीसीएम, 3 पीपीसीएम माड़ डिवीजन पीएलजीए कंपनी नंबर 1 के शामिल 2 की पहचान होना बाकी है। इस संबंध में रविवार पुलिस मेस थाना परिसर नारायणपुर में आयोजित पत्रकारवार्ता में आईजी बस्तर सहित अन्य अधिकारियों ने जानकारी साझा की।
बता दें नारायणपुर पुलिस द्वारा संचालित नक्सल विरोधी “माड़ बचाओ अभियान : नक्सलवाद से माड़ को बचाओ” में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली। नक्सली पीएलजीए मिलिट्री कम्पनी नम्बर 01 एवं माड़ डिविजन सप्लाई टीम के साथ हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 08 हथियारबंद और वर्दीधारी माओवादी ढेर कर दिए गए। संयुक्त अभियान में नारायणपुर, कोंडागांव, दंतेवाडा, कांकेर जिलो के एलिट फोर्सेस डीआरजी एवं एसटीएफ के साथ 53वी वाहिनी आईटीबीपी एवं बीएसएफ 135वीं वाहिनी का बल शामिल रहा। पांच दिनों तक चले अभियान में महिला कमांडो की भी विशेष भूमिका रही। सुरक्षा बलों ने मौके से 01 नग इंसास रायफल, 02 नग 303 रायफल, 03 नग 315 बोर रायफल, 01 नग बीजीएल लांचर सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामान व अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामग्री बरामद की है। मुठभेड़ में बड़ी संख्या में अन्य नक्सलियों के मारे जाने अथवा घायल होने की संभावना भी है। अभियान में एसटीएफ के जवान नितेश एक्का बहादुरी से नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए, दो अन्य जवान घायल हुए जो खतरे से बाहर हैं।
12 जून को रवाना हुई थी टीमें
उप पुलिस महानिरीक्षक कांकेर केएल ध्रुव एवं पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार ने बताया कि पुलिस को माड़ डिवीजन के कुतुल एरिया कमेटी क्षेत्रान्तर्गत ग्राम कुतुल, फरसबेड़ा, कोड़तामेटा, आदिंगपार क्षेत्र में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिली थी। उक्त सूचना के तस्दीक हेतु दिनांक 12 व 13 जून की मध्य रात्रि में नारायणपुर डीआरजी, दंतेवाडा डीआरजी, कांकेर डीआरजी, कोण्डागांव से डीआरजी, एसटीएफ बघेरा तथा आईटीबीपी 53वीं वाहिनी एवं बीएसएफ 135वीं वाहिनी का संयुक्त बल नक्सल विरोधी अभियान के लिए ग्राम कुतुल, फरसबेड़ा, कोड़तामेटा, आदिंगपार क्षेत्र में रवाना हुई थी। अभियान के दौरान 15 जून 2024 को सुबह करीबन 7 बजे कुतुल-फरसबेड़ा, और कोड़तामेटा के जंगल में माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलो को जान से मारने व हथियार लूटने की नियत से अंधाधुंध फायरिंग किया गया।
पुलिस पार्टी ने संभाला मोर्चा
पुलिस पार्टी द्वारा तत्काल पोजीशन लेकर आत्मसमर्पण करने आवाज लगाई गई। आत्मसमर्पण की बात को नक्सलियों के द्वारा अनसुना करते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। पुलिस पार्टी ने भी पोजिशन लेकर जवाबी फायरिंग शुरू की। इसके बाद रूक-रूक कर अलग-अलग टीमों के साथ दिन भर मुठभेड़ हुआ बाद खुद को घिरता देखकर नक्सली जान बचाकर घने जंगलो व पहाड़ियों की आड़ लेकर भाग गये। फायरिंग बंद होने पर सभी टीमों द्वारा अपने-अपने दिये गये टास्क क्षेत्र में सर्चिंग करने पर घटना स्थल के अलग-अलग स्थानों से कुल 08 वर्दीधारी नक्सलियों का शव बरामद हुए। घटना स्थल में और भी खून के धब्बे दिखाई दिया जिससे प्रतीत होता है कि इस मुठभेड़ में बडी संख्या में अन्य नक्सलियों के घायल अथवा मारे जाने की संभावना है।
ऑपरेशन के बाद नक्सलियों में भय
उप पुलिस महानिरीक्षक कांकेर केएल ध्रुव एवं पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार ने बताया कि- इस ऑपरेशन के उपरांत नक्सलियों के कंपनी नम्बर 01 के गढ़ रहे माड़ डिवीजन कुतुल एरिया कमिटी के नक्सलियों में भय का माहौल है। माड़ क्षेत्र को नक्सली शीर्ष नेतृत्व अपना सुरक्षित ठिकाना मानते है नक्सली नेतृत्व इस ऑपरेशन उपरांत ग्रामीणों एवं अपने निचले कैडर को दोषारोपण कर रहे हैं। माड़ डिवीजन में नक्सलियों के अटैकिंग फ़ोर्स के स्तम्भ रहे कंपनी नम्बर 01, कुतुल एरिया कमिटी के ऊपर यह अब तक विगत ढेड़ माह के अन्दर दूसरा कड़ा प्रहार है। दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थितियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें चरमपंथी सिद्धांतों के आकर्षण से निकलना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके। हम उन सभी मूलवासियों से जो बाहरी विचारधारा और बाहर के नक्सली नेताओं के गलत प्रभाव में फंस गये हैं, अपील करते हैं कि वे नक्सलवाद को त्याग कर मुख्य धारा से जुड़े व हथियार और नक्सलवादी विचारधारा का त्याग व विरोध करें।
यह है मारे गये नक्सली
मारे गए नक्सलियों में सुदरू, सीवायपीसी- पीएलजीए कंपनी नं. 01/डीव्हीसीएम, 8 लाख इनामी, वर्गेश, सीवायपीसी- पीएलजीए कंपनी नं. 01/डीव्हीसीएम, 8 लाख इनामी, ममता, सीवायपीसी- पीएलजीए कंपनी नं. 01/डीव्हीसीएम, 8 लाख इनामी, समीरा, पीपीसीएम- पीएलजीए कंपनी नं. 01, 8 लाख इनामी, कोसी, पीपीसीएम- पीएलजीए कंपनी नं. 01, 8 लाख इनामी व मोती पीपीसीएम- पीएलजीए कंपनी नं. 01, 8 लाख इनामी शामिल है। अन्य 02 मृत माओवादियों की पहचान कार्यवाही जारी है। उक्त मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ आरक्षक नितेश एक्का श्हीद हो गए। वहीं एसटीएफ आरक्षक लेखराम नेताम और कैलाश नेताम घायल हो गए जो खतरे से बाहर हैं।
2024 में अब तक 131 नक्सली ढेर
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करने के उद्देश्य से स्थानीय पुलिस बल तथा केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल द्वारा विगत दिनों में बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम करने के परिणाम स्वरूप वर्ष 2024 में अब तक बस्तर संभाग के अंतर्गत हुई विभिन्न मुठभेड़ो के दौरान कुल 131 माओवादियों के शव बरामद किए गए। जिसमें सर्वाधिक जिला बीजापुर- 51, कांकेर-34 एवं नारायणपुर- 26 माओवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है। माड़ डिवीजन के माओवादिओं के बीच में हुई मुठभेड़ के संबंध में पुलिस मेस थाना परिसर नारायणपुर में आयोजित की गई पत्रकारवार्ता में पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर कन्हैया लाल धु्व, पुलिस उप महानिरीक्षक दंतेवाड़ा कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार, पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव रॉय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोबिनसन गुड़िया, पुलिस अधीक्षक एसटीएफ विजय पांडेय, एसटीएफ, आईटीबीपी एवं बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे। शहीद एसटीएफ आरक्षक नितेश एक्का को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, गृह मंत्री विजय शर्मा, डीजीपी छत्तीसगढ़ अशोक जुनेजा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में राजकीय सम्मान के साथ सलामी एवं श्रध्दांजली दी गई। इसके उपरांत शहीद के पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर के माध्यम से गृह जिला जशपुर अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया।