जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में 13 साल की नाबालिग से गैंगरेप का मामला सामने आया है। शादी समारोह से अपनी सहेली के साथ लौट रही बच्ची को रास्ते में तीन बदमाश जबरन अपने साथ जंगल ले गए और दुष्कर्म किया। इस दौरान तीन बदमाश और पहुंच गए औ उन्होंने ने भी बच्ची से दुष्कर्म किया। इसके बाद किसी तरह बच्ची अपने घर पहुंची और परिजनों को जानकारी दी। दूसरे दिन बच्ची के पिता ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। जशपुर एसपी शशिमोहन सिंह के निर्देश पर चंद घंटों में पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया। आरोपियों में चार नाबालिग शामिल हैं। पुलिस ने सभी के खिलाफ धारा 363, 366, 376, 376(डी), 34(बी) एवं 4, 6 पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
यह पूरा मामला जशपुर जिले के सन्ना थाना क्षेत्र का है। बुधवार को प्रार्थी ने थाना पहुंचकर बताया कि 4 जून की रात को उसके गांव में एक व्यक्ति के घर में शादी कार्यक्रम था। कार्यक्रम में उसकी 13 वर्षीय नाबालिग बेटी अपनी एक सहेली के साथ गई थी। उसकी सहेली शंकरगढ़ (बलरामपुर) से मेहमानी में उनके गांव आई हुई थी। रात करीब 12 बजे नाबालिग अपनी सहेली के साथ पैदल अपने घर वापस जा रही थी। रास्ते में गांव का युवक मनोज कुमार अपने अन्य 02 नाबालिग साथियों के साथ नशे की हालत में वहां खड़ा था। तीनों पीड़िता की सहेली को पकड़ने लगे तो वह हाथ छुड़ाकर वहां से भाग गई।
शराब के नशे में किया नाबालिग से दुष्कर्म
इसके बाद शराब के नशे में 13 वर्षीय नाबालिग को जबरदस्ती खींचते जंगल की ओर ले जा रहे थे। इस दौरान गांव के 2 लड़कों ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो तीनों ने मारपीट कर दोनों को भगा दिया। इसके बाद तीनों नाबालिग लड़की को जंगल में ले जाकर बारी-बारी दुष्कर्म किए। इस बीच गांव का एक अन्य युवक प्रवीत पैंकरा अपने अन्य 2 नाबालिग साथियों के साथ वहां पहुंचा और इन तीनों ने भी बारी-बारी से नाबालिग से दुष्कर्म किया। आधीरात बाद बुधवार तड़के 3 बजे नाबालिग उन के चंगुल से छूटकर रोते हुये वापस घर पहुंची और अपने परिजनों को पूरी बात बताई।
रातभर में गिरफ्तार हुए सभी आरोपी
इस मामले में शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसडीओपी बगीचा निमिषा पाण्डेय के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा निर्देशानुसार रात भर में पतासाजी कर आरोपी प्रवीत पैंकरा (21) व मनोज कुमार (24) सहित घटना में सम्मिलित शेष 04 अपचारी बालकों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने दोनों बालिग आरोपियों को जेल भेजा और नाबालिग आरोपियों को बाल संप्रेषण गृह भेजा। इस पूरी कार्रवाई में डीएसपी भावेश समरथ, निरीक्षक हर्षवर्धन चौरासे, एएसआई जयसिंह मिर्रे चैकी पण्डरापाठ, प्रधान आरक्षक प्रदीप लकड़ा, प्रवीण खलखो, आरक्षक विमलेश्वर एक्का, महिला आरक्षक. सुनिति एक्का व नगर सैनिक शिवशंकर रवि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
तीन टीमों को किया गया रवाना
जशपुर जिला पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि “प्रकरण की संवदेनशीलता को देखते हुये 03 अलग-अलग पुलिस टीम पतासाजी हेतु रवाना किया गया था। टीम द्वारा आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से सुबह तक गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी में सम्मिलित सभी अधिकारी व कर्मचारियों को नगद ईनाम से पुरष्कृत किया गया है।