बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में ससुर ने बहू की हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया। इसके बाद ससुर ने गांव में अफवाह फैला दी कि उसकी बहू अपने प्रेमी के साथ भाग गई। जब बात मृतक के मायके तक पहुंची तो वे गांव पहुंचे। तलाश करने पर उनकी बेटी की लाश कुएं में मिली। सूचना मिलने पर पुलिस भी गांव पहुंची। पीएम के बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया और आरोपी ससुर के साथ मृतका के पति, सास व देवर को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। मामला जिले के डिंडो चौकी क्षेत्र का बचाता जा रहा है।
यह पूरा मामला बलरामपुर जिले के चेरा ग्राम पंचायत का है। झारखंड निवासी पूजा यादव (22) का एक साल पहले ही यहां रहने वाले आशीष यादव के साथ विवाह हुआ था। परिवार में ससुर जयप्रकाश यादव, सास रीता यादव और नाबालिक देवर रहते हैं। घटना 14 मई की है। रात को ससुर जयप्रकाश यादव सरपंच के घर से जन्मदिन की पार्टी करने के बाद लौटा तो उसने देखा कि बहु घर से दूर कुएं के पास किसी से फोन पर बात कर रही है। जिस बात से वह नाराज हो गया और गुस्से में उसने पशुओं का चारा काटने वाले लोहे के हथियार से उसके सिर पर मारा। इसके बाद सिर पर गहरी चोट होने के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पूजा की मौत के बाद साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से परिवार के चारों लोगों ने उसकी लाश को कुएं में डाल दिया।
प्रेमी के साथ भागने की फैलाई अफवाह
हत्या के बाद ससुराल वालों ने मायके पक्ष के लोगों को बताया कि पूजा के किसी लड़के के साथ भाग गई है। इसके बाद पूजा यादव के पिता ने अपने एक परिचित को उसके ससुराल भेजा। जब उनका परिचित गांव पहुंचा तो पूजा यादव की लाश कुएं में होने की सूचना मिली। जिसके बाद उसने लड़की के पिता को इस बारे में जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद लड़की पक्ष के लोग बड़ी संख्या में बेटी के घर पहुंच गए तब तक घर से भी भाग चुके थे। यहां पहुंचकर जमकर हंगामा किया। हंगामे की सूचना के बाद मौके पर पुलिस भी पहुंच गई।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शार्ट पीएम रिपोर्ट में हत्या की बाम सामने आई। इसके पुलिस ने ससुराल वालों की तलाश शुरू की। जल्द ही पुलिस ने इस हत्याकांड के आरोपी पति आशीष यादव (23), ससुर जयप्रकाश यादव, सास रीता यादव और नाबालिक देवर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ससुर ने बताया कि उसकी बहू अक्सर फोन पर बात करते रहती थी। उसे उसके चरित्र पर शक था इसलिए हत्या कर दी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।