कोरबा। लोकसभा चुनाव में आचार संहिता के दौरान चिरमिरी में आयोजित पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की हनुमान कथा का खर्च भाजपा प्रत्याशी सरोज पाण्डेय के चुनावी खर्च में जुड़ेगा। 26 अप्रैल को चिरमिरी के लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम गोदरीपारा में आयोजित इस कार्यक्रम में हनुमान कथा के समापन के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आयोजकों के नाम का जिक्र करते हुए कोरबा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल का नाम लिया था। इस दौरान उन्होंने दोनों का नाम लेते हुए आयोजकों का तालियों से अभिनंदन करने की बात कही थी। इस मामले में अब चुनाव आयोग ने एक्शन लिया है।
दरअसल कांग्रेस ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की थी और मांग की थी कि कार्यक्रम का पूरा खर्च भाजपा प्रत्याशी के चुनावी खर्च में जोड़ा जाए। शिकायत के बाद कार्यक्रम स्थल की वीडियोग्राफी के आधार पर सरोज पांडेय को इस मामले में निर्वाचन आयोग ने नोटिस जारी किया था। जिसका जवाब देते हुए सरोज पांडेय ने कहा कि वे इस कार्यक्रम की आयोजक नहीं थीं न ही कार्यक्रम स्थल पर भाजपा का प्रचार हो रहा था। हालांकि कांग्रेस की शिकायत के आधार व पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कबूलनामें के आधार पर निर्वाचन आयोग ने भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय के चुनावी खर्च में कार्यक्रम का खर्च जोड़ने का निर्णय लिया है। यदि पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के कार्यक्रम का खर्च भाजपा प्रत्याशी सरोज पाण्डेय के चुनावी खर्च में जुड़ता है तो उनके लिए मुश्किल पैदा हो सकती है।
तय सीमा से पार जा सकता है सरोज का चुनावी खर्च
कोरबा में लोकसभा चुनाव का प्रचार थमने के बाद भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय द्वारा दिये गए खर्च के विवरण के अनुसार 5 मई तक उन्होंने चुनाव प्रचार में कुल 51 लाख 67 हजार 953 रुपए खर्च किए गए है। निर्वाचन आयोग ने एक प्रत्याशी की खर्च की सीमा 95 लाख रुपए तय कर रखी है। यदि धीरेंद्र शास्त्री की हनुमान कथा के आयोजन का पूरा खर्च 34 लाख से ऊपर जाता है तो भाजपा प्रत्याशी तय सीमा से ज्यादा राशि खर्च करने के मामले भी फंस सकती हैं। चिरमिरी में आयोजित कार्यक्रम की भव्यता को देखते हुए इसके खर्च का अंदाजा लगाया जा सकता है। पंडित धीरेन्द्र शास्त्री कथा स्थल पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के साथ हेलीकाप्टर से पहुंचे थे।