नईदिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आरक्षण रद्द करने वाले भाषण एक एडिटेड वीडियो एक्स सहित अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर वायरल हुआ है। इस मामले में केन्द्रीय गृहमंत्रालय व भाजपा की शिकायत पर वीडियो पोस्ट करने वाले लोगों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एफआईआर दर्ज की है। 27 अप्रैल को तेलंगाना कांग्रेस की ओर से यह वीडियो शेयर किया गया। इस वीडियो में शाह एससी-एटी और ओबीसी के आरक्षण को खत्म करने की बात करते दिख रहे हैं। हालांकि न्यूज एजेंसी PTI के फैक्ट चेक में ये वीडियो फेक साबित हुआ है।
इस एडिटेड वीडियो को फैलाने को लेकर एक शिकायत भाजपा की ओर से की गई थी, जबकि दूसरी शिकायत गृह मंत्रालय की तरफ से की गई थी। इस वीडियो को लेकर भाजपा ने देशभर में FIR दर्ज करने का फैसला किया है। भाजपा ने शिकायत में कहा कि अमित शाह ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण खत्म करने को लेकर कोई बात नहीं की है। जो वीडियो वायरल किया जा रहा है वह फर्जी है। भाजपा ने आरोप लगाया कि मूल वीडियो में अमित शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों के लिए असंवैधानिक आरक्षण हटाने की बात कही थी।
इस मामले में भाजपा के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने 27 अप्रैल को तेलंगाना कांग्रेस की ओर से शेयर किए गए इस फेक वीडियो को एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना कांग्रेस एडिटेड वीडियो फैला रही है, जो पूरी तरह से फेक है। इससे बड़े पैमाने पर हिंसा होने की आशंका है। उन्होंने आगे कहा कि यह फर्जी वीडियो कई कांग्रेस नेताओं ने शेयर किया है, अब वे कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। इधर दिल्ली पुलिस ने गृहमंत्री के एडिटेड वीडियो को लेकर एक्स और फेसबुक को लेटर लिखा है। साथ ही दोनों सोशल मीडिया प्लेटफार्म से जानकारी मांगी है कि ये एडिटेड वीडियो किस अकाउंट से पोस्ट किया गया है।