रायपुर (श्रीकंचनपथ न्यूज़)। मुफ्त राशन देने की केन्द्र सरकार की योजना पर कुछ सख्ती होने जा रही है। योजना की समीक्षा में पाया गया है कि बड़ी संख्या में अपात्र लोग सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ उठा रहे हैं। इसलिए अब राशन वितरण प्रणाली में बदलाव की तैयारी है। जून में इस पर अमलीजामा पहना दिया जाएगा।
गौरतलब है कि मुफ्त राशन वितरण योजना सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है। इस योजना की देखरेख शीर्ष अधिकारी करते हैं। इस योजना में कुछ कमियां पाई गई थी जिसके बाद वाली 1 मई से राशन वितरण प्रणाली में बदलाव लागू करने की बात चल रही है। अभी लोकसभा के चुनाव चल रहे हैं, आचार संहिता लागू है। इसलिए इसकी घोषणा नहीं हो सकती लेकिन इसके लिए तैयारियां चल रही हैं।
बता दें कोरोनाकाल के दौरान पात्र लोगों के लिए केन्द्र सरकार ने फ्री राशन योजना की शुरूआत की थी। लेकिन अब ऐसी खबर आ रही है कि लाखों लोग ऐसे फ्री राशन का लाभ ले रहे हैं जो इसके लिए पात्र ही नहीं है। कई ऐसे परिवार भी फ्री राशन लेने पहुंच जाते हैं जो आर्थिक रूप से सक्षम है और कुछ तो इसमें से सरकारी नौकरी वाले भी हैं। अब सरकार ऐसे अपात्र लोगों के नाम काटने के लिए जिला स्तर से कार्रवाई कर रही है। जांच के बाद ऐसे लोगों के नाम काट दिए जाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक, यह शिकायत भी मिल रही थी कि फ्री मिलने वाले गेहूं, चावल और अन्य अनाज उपभोक्ताओं को तौल में कम दिए जा रहे हैं। इसके निवारण के लिए भी सरकार ने कमर कस ली है। ऐसे में केंद्र सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने पीडीएस केंद्रों के लिए एक नई नीति बनाई है। इस तरह की या राशन कार्ड से जुड़ी किसी भी शिकायत पर राशन डीलर का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।
सरकार अब ऐसे राशन कार्ड को भी निरस्त करने की भी तैयारी कर रही है, जिनको पिछले 6 महीने से यूज ही नहीं किया गया है। इस तरह के राशन कार्डों की सूची तैयार की जा रही है। इसके अलावा कई और कदम उठाए जाने की तैयारी है। जल्द ही देश में एक राशन कार्ड की सुविधा होने जा रही है और सरकार की पूरी कोशिश होगी कि पात्र लोगों को ही राशन की सुविधा मिले।