सुरत (एजेंसी)। लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मी के बीच भारतीय जनता पार्टी को जश्न मनाने का मौहा मिल गया है। मतदान से पहले ही भाजपा का खाता खुल गया है। गुजरात की सूरत सीट से भाजपा के प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध चुनाव जीत गए हैं।
बता दें कि बता दें कि गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीट पर मतदान तीसरे चरण में यानी 7 मई को होना है, जिसके लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 19 अप्रैल थी और नामांकन वापस लेने का तारीख 22 अप्रैल है। नामांकन वापसी के आखिरी दिन निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ ही बसपा प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस ले लिया। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी निलेश कुंभानी का पर्चा प्रस्तावकों की वजह से खारिज हो गया जिसके कारण भाजपा प्रत्याशी को निर्विरोध जीत मिल गई।
कांग्रेस प्रत्याशी के प्रस्तावक नहीं रहे मौजूद
सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी चुनाव अधिकारी के समक्ष अपने तीन में से एक भी प्रस्तावक को मौजूद नहीं रख पाए थे। बीजेपी ने कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी के फॉर्म में उनके तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर को लेकर सवाल उठाए थे। निलेश कुम्भानी के प्रस्तावक में उनके बहनोई, भांजे और भागीदार के हस्ताक्षर होने का दावा किया गया था लेकिन तीनों ने चुनाव अधिकारी के सामने कल एफिडेविट कर कहा था कि निलेश कुम्भानी के फॉर्म में उनके हस्ताक्षर नहीं है, जिसके बाद से तीनों प्रस्तावक गायब हो गए। चुनाव अधिकारी ने कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी के प्रस्तावक उनके बहनोई जगदीश सावलिया, उनके भांजे ध्रुविन धामेलिया और भागीदार रमेश पोलरा के निवेदन का वीडियो रिकॉर्डिंग भी किया था। प्रस्तावकों के दावे के बाद चुनाव अधिकारी ने जवाब देने के लिए कांग्रेस कैंडिडेट निलेश कुम्भानी को एक दिन का वक्त दिया था। कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी अपने एडवोकेट के साथ चुनाव अधिकारी को जवाब देने पहुंचे थे, लेकिन तीन में से एक भी प्रस्तावक मौजूद नहीं रहे। इसके बाद चुनाव अधिकारी ने निलेश कुम्भानी का नामांकन फॉर्म रद्द कर दिया था।