रायपुर (श्रीकंचनपथ न्यूज़)। कांकेर जिले के छोटे बैठिया जंगल के माड़ इलाके में 29 नक्सलियों के मारे जाने पर राजनीति गरमाती दिख रही है। 16 अप्रैल को नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई इस मुठभेड़ में कई इनामी बड़े माओवादी मारे गए थे। अब इस मामले पर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का अजीबोगरीब बयान आया है। उन्होंने मारे गए नक्सलियों को शहीद बताया है। इस बयान पर भड़की भाजपा ने कांग्रेस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से ऐन पहले कांकेर में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में बड़ी संख्या में माओवादी मारे गए थे। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मुठभेड़ को कथित तौर पर भर्जी बता दिया था। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान में सुधार किया, लेकिन तब तक भाजपा को हमलावर होने का मौका मिल चुका था। उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा ने बघेल के बयान की कड़े शब्दों में निंदा की थी। ताजा मामले में भाजपा की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मृत नक्सलियों को शहीद बताकर भाजपा के हाथ में एक और मुद्दा दे दिया है। उन्होंने बयान में मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें शहीद तक बता दिया। पुलिस-नक्सल मुठभेड़ में 29 माओवादी मारे गए थे, वहीं 3 जवान भी घायल हुए थे। हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई है और घायल जवानों का उपचार जारी है। गृहमंत्री विजय शर्मा ने खुद घायल जवानों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना था।
इधर, सुप्रिया श्रीनेत का बयान आने के बाद भाजपा एक बार फिर कांग्रेस के प्रति हमलावर हो गई है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने एक्स पर कांग्रेस को लपेटे में लिया और कहा कि कांग्रेस पार्टी का ये निकृष्ट बयान लोकतंत्र पर प्रहार है। उन्होंने बयान को सुरक्षा बलों के मनोबल और पराक्रम पर प्रहार बताया है। साव ने कहा कि सुप्रिया का बयान छत्तीसगढ़ और बस्तर की जनता पर प्रहार है। नक्सलियों को शहीद मानने वाली कांग्रेस ने 5 साल बस्तर में इसी मानसिकता से कार्य किया है।