भिलाई। शहर में शेयर ट्रेडिंग के चक्कर में 35 लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। बीएसपी टाउनशिप के सेक्टर-5 में रहने वाले शख्स को पहले एक वाट्सऐप ग्रुप से जोड़ा गया और शेयर ट्रेडिंग में भारी मुनाफ कमाने का लालच दिया गया। इस ग्रुप के माध्यम से एक फर्जी डिमेट अकाउंट के जरिए शख्स को फंसाया गया। शख्स में भारी मुनाफा कमाने के चक्कर में फंसता गया। इस तरह उसने 35 लाख 70 हजार रुपए गवां दिए। बत जाकर उसे अहसास हुआ कि वह बड़ी जालसाजी का शिकार हो गया। इस मामले में शिकायत के बाद भिलाई नगर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दरअसल यह धोखाधड़ी 7 B/16 सेक्टर-5 निवासी श्याम कुमार के साथ हुई। श्याम कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि जनवरी माह में वह सायबर ठगी का शिकार हुआ। उसने बताया कि बड़ी कंपनियों के नाम पर एक फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप ब्लैकरॉक कैपिटल वीआईपी 8 के माध्यम से उसे संस्थागत खरीदारों की तरह भारी मुनाफा मिलने का आश्वासन देकर शेयर बाजार में निवेश करने का लालच दिया। इसमें बताया कि छूट के साथ बड़ी मात्रा में स्टॉक खरीद सकते हैं और उन्होंने कहा कि वे मुझे अपने डीमैट खातों (डीएनपी एजेंसी) https://app.dnpagency.net/ के साथ बल्क ट्रेडिंग और संस्थागत खरीदारी (TRADING) करने के लिए मदद करेंगे ।
इनके झांसे में आकर शुरू में 1 लाख रुपए की छोटी राशि से शुरुआत की और कुछ व्यापार (TRADE) लेने में मदद की। इसके बाद विश्वास जीतने के लिए पैसे वापस कर दिए और उन्होंने कहा कि यह सारा पैसा आपका है और केवल आप ही खाता संचालित कर सकते हैं । इसके बाद उन्होंने अधिक निवेश करने और अधिक लाभ प्राप्त करने का लालच दिया और उनके डीमेंट में एक आईपीओ (IPO) सेगमेंट की जानकारी दी। इसके जरिए कहा गया कि आपको नई कंपनी के 5200 मात्रा में शेयर मिले हैं। चुंकि श्याम कुमार ने अनजाने में आईपीओ खरीद की सबक्रिप्शन पर क्लिक कर दिया था इसलिए उसे भरोसा हो गया।
इसके बाद निवेश को दोगुना करने के लिए एक सप्ताह का लेआउट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें उनके सचिव जेसिका को टेलीग्राम के माध्यम से प्रतिदिन कई ट्रेड दी गई । इसके बाद श्याम कुमार ने अलग-अलग खातों में कई बार रकम जमा की। सबसे पहले 4/1/24 और 5/1/24 को भागों में 100000 रुपए, इसके बाद 10/1/24 को 500000 रुपए, 17/1/24 को 50000 रुपए जमा किए। इसी प्रकार 20/1/24 को 1400000 रुपए, 23/1/24 को 100000 रुपए, 24/1/24 को 190000 रुपएऔर आखिरी बार 30/1/24 को 1230000 रुपए जमा किए। इस प्रकार कुल 35 लाख 70 हजार रुपए जमा कर दिए।
पैसे निकालने पहुंचा तो फ्रॉफिट का 30 फीसदी मांगा
इतना निवेश के बाद जब श्याम कुमार अपने पैसे निकालने गया तो उससे कहा गया कि लाभ का 30 फीसदी एडवांस में देनी होगी। यह बात पहले नहीं बताई गई और जब पैसा निकालने की बारी आई तो ऐसा गया। इससे श्याम कुमार को अहसास हुआ कि उनके साथ बहुत बड़ी जालसाजी हुई है। इसके बाद उन्होंने वाट्सऐप पर ग्रुप एडमिन कपिल को आंशिक निकासी की अनुमति देने का अनुरोध किया लेकिन वह सहमत नहीं हुए। 17/02/24 को सचिव जेसिका ने टेलीग्राम में संदेश भेजा कि उन्होंने मेरा डीमैट खाता फ्रीज कर दिया है और उनके द्वारा दिया गया लिंक अब नहीं खुल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वे संस्थागत भागीदार हैं, कई कंपनी खातों का उपयोग पैसे जमा करने के लिए किया गया। फिर उन पैसो को फर्जी ट्रेडिंग कराने के लिए उपयोग किया गया। इस तरह श्याम कुमार ने 35 लाख 70 हजार रुपए शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम पर गवां दिए।