महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में पुलिस ने एक ट्रक से 17 क्विंटल 25 किलो गांजा बरामद किया है। गांजे की कीमत डेढ़ करोड़ से ज्यादा की बताई जा रही है। पुलिस ने गांजा के साथ दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया है। ओड़िशा से महाराष्ट्र ले जा रहे थे और छत्तीसगढ़ में प्रवेश के बाद महासमुंद पुलिस की पकड़ में आ गए। पुलिस ने गांजा जब्त कर नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई की है। मामला जिले के सिंघोड़ा थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार को ओडिशा से ट्रक के जरिए गांजा महाराष्ट्र ले जाया जा रहा था। रेहटीखोल अंतर्राज्यीय चेक पोस्ट पर पुलिस ने ट्रक को रुकवाकर जांच की तो उसमें कैरेट्स के नीचे पैकेट्स में गांजे की इतनी बड़ी खेप देखकर हैरान रह गई। पुलिस ने एक एक कर पैकेट्स को उतारा तो पूरा 17 क्विंटल निकला। गांजे की अनुमानित कीमत लगभग एक करोड़ 70 लाख रुपए है। वहीं मार्केट में यह और भी ज्यादा रेट में बिकती है।
मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई
सिंघोड़ा थाना प्रभारी महेश साहू ने बताया कि, मुखबिर से सूचना पर ओडिशा की ओर से आने वाले संदिग्ध वाहनों की चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान माजदा ट्रक क्रमांक MH 21-BH 5855 को रोका गया। ट्रक में अविनाश मस्के पिता ज्ञानेश्वर मस्के (27) और संतोष पवार पिता भीमराव पवार (32) निवासी महाराष्ट्र सवार थे। जब पुलिस ने ट्रक में लोड सामान के बारे में उनसे पूछा तो दोनों गुमराह करने के लिए घुमाकर जवाब देने लगे। इस पर पुलिस को शक गहरा गया। पुलिसकर्मियों ने ट्रक की तलाशी ली तो उनके होश उड़ गए। ट्रक में खाली कैरेट के नीचे रखी 50 प्लास्टिक की बोरियों में 862 पैकेट गांजा मिला। महासमुंद की सिंगोड़ा पुलिस ने इस मामले में नारकोटिक्स एक्ट के तहत मामला पंजीबद्व कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गांते के साथ पुलिस ने ट्रक को भी जब्त कर लिया है।
छत्तीसगढ के रास्ते होती है तस्करी
बता दें छत्तीसगढ़ ओड़िशा सीमा क्षेत्र पर अक्सर जांच के दौरान भारी मात्रा में गांजा तस्करी पकड़ में आती है। ओड़िशा से तस्कर गांजा लेकर देश के अन्य राज्यों में पहुंचाते हैं। ओड़िशा से उत्तर भारत के राज्यों में जाने के लिए छत्तीसगढ़ से होकर ही तस्करी की घटना को अंजाम दिया जाता है। महासमुंद, बस्तर के सीमावर्ती क्षेत्रों से अक्सर गांजे की खेप पुलिस की पकड़ में आती रही है। तस्कर नए नए तरीकों से गांजा तस्करी का प्रयास करते हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस की सजगता से ऐसे मामलों में सफलता मिलती है।