भिलाई। छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने पिछले पांच वर्षों में हुए खनिज के अवैध उत्खनन पर हुई कार्रवाई की जांच और वर्तमान वस्तुस्थिति में जब्त खनिज को लेकर सवाल किया है। विधायक सेन ने कहा कि अगर कोई अवैध खनन किया गया खनिज जब्त हुआ तो क्या जब्त खनिज किसी को विक्रय किया गया या प्रदेश भर में ऐसे जब्त खनिज के भंडारण और विक्रय को लेकर कोई भ्रष्टाचार हुआ है। तो क्या इसकी जांच करवाई जाएगी?
विधायक रिकेश से कहा कि क्या इस सदन के माध्यम से वित्त मंत्री एक बड़ा मैसेज प्रदेश के लोगों को देंगे कि जो लोग अवैध खनिज उत्खनन कारोबार में हैं और ऐसे अधिकारी जो ऐसे लोगों को शह देते रहे हैं, उन पर अब कड़ी कार्रवाई होगी। वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने जवाब में बताया कि जो खनिज जब्त होता है, जो ट्रक जब्त होता है, जिस ट्रक को पकड़ते हैं उस खनिज को वापस लेने या उसके आक्शन का कोई प्रावधान नहीं रहा है। जब्त खनिज और वाहन अवैध परिवहन करने वाले से हर्जाना लेकर उसको वापस दे दिया जाता है, लेकिन उसकी राशि में खनिज का कुल मूल्य और पेनाल्टी दोनों वसूल की जाती है और राशि जमा हो जाने पर उसको दे दिया जाता है।
विधायक रिकेश सेन ने सूरजपुर, सरगुजा सहित अन्य जिलों के प्रकरणों का जिक्र किया है, ऐसे चिन्हित प्रकरण जिसमें उन्हें लगता है कि गलत हुआ है, विभाग को सौंप दें उसकी जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करवाई जाएगी। रिकेश सेन ने कहा कि सरगुजा संभाग अंतर्गत जिला सरगुजा, बलरामपुर, रामानुजगंज, सूरजपुर में जितने भी खनिज जब्त हुए हैं, उसकी जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग मैं वित्तमंत्री जी से करता हूं। वित्त मंत्री ने विधायक रिकेश सेन को ऐसे सभी प्रकरणों की जांच कर कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया है।