बालोद। चौथी कक्षा के छात्र की हत्या के मामले में बालोद पुलिस ने उसके चचेरे भाई को गिरफ्तार किया है। 14 वर्षीय चचेरा भाई कक्षा दसवीं का छात्र है और उसे आपसी विवाद के बाद बच्चे की हत्या कर दी। हत्या के बाद नाबालिग आरोपी गांव में ही इधर उधर छिपता फिर रहा था।
बता दें बालोद जिले के अर्जुंदा क्षेत्र के चीचा गांव निवासी केमन साहू का 10 वर्षीय पुत्र तोरण लाल साहू गांव के ही प्राथमिक स्कूल में पढ़ता था। दोपहर करीबन 13.45 बजे मध्यान भोजन करने के बाद मृतक बालक अपने मित्र के साथ गौठान तालाब पार में शौच करने गया था। शौच करने के बाद उसका मित्र वापस स्कूल पहुंच गया लेकिन तोरण लाल नहीं पहुंचा। जब स्वीपर स्कूल बंद करने गया, तब तोरण का बैग क्लास में पड़ा देखा। इसकी जानकारी स्वीपर ने उसके घरवालों को दी। इसके बाद उसकी तलाश शुरू की गई। तलाश के दौरान देर शाम तोरण का शव स्कूल कैंपस से लगे गौठान के निर्माणाधीन भवन में मिला। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची तो ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने हत्यारे को पकड़ने की मांग करते हुए शव ले जाने से रोक दिया। किसी तरह से अफसरों ने समझाया और शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि केमन साहू का उसके बड़े भाई से विवाद है। इसे लेकर कोविड के दौरान दोनों परिवारों में कुल्हाड़ी और लाठी-डंडे से मारपीट भी हुई थी। इसके बाद पुलिस उनके घर पहुंची तो उसका 14 वर्षीय बेटा गायब मिला। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की तो वह चीचा गांव में ही घूमता हुआ देखा गया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपी नाबालिग को हिरासत लेकर पूछताछ शुरू की। नबालिग ने बताया कि उसने बालक की हत्या क्यों की।
पुलिस ने बताया कि जब मृतक बालक तालाब पार के पास शौच करने गया और उसके बाद जब वापस लौट रहा था तो उसी समय नाबालिग आरेपी पहुंचा। इसके बाद दोनों के बीच मामूली बात पर गाली गलौच शुरू हो गई। गुस्से में नाबालिग आरोपी ने पास में पड़े बोल्डनुमा पत्थर उठाया और उसे मारने के लिए दौड़ा। बच्चा उससे बचने भागने लगा। मृतक बालक बचने के लिए गौठान में जाली तार को कूद कर बन रहे नये मकान के कोटना में जाकर छिपा रहा। वहां पहुंचे नाबालिग ने बच्चे के सिर पर पत्थर मार दिया जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद वहां पड़े रॉड बालक के गले में मारा। जिससे राड मृतक बालक के गले के आर-पार हो गया। इसके बाद सीमेंट की बोरी मृतक बालक के ऊपर ढक दिया और भाग गया। पुलिस ने नाबालिग आरोपी का बयान लेने के बाद बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया। इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी अर्जुन्दा मनीष शेन्डे, थाना प्रभारी रनचिराई इंदिरा वैष्णव, सायबर सेल प्रभारी जोगेन्द्रर साहू, सउनि कमलेश साहू, नारदराम ठाकुर, प्रआर ईश्वरी कुमार साहू, नागेन्द्रपाल कांगे, भुवनेश्वर मरकाम, योगेश सिन्हा, आरक्षक बलदेव महावीर, मनोज धनकर, भूपत दास, लेखराम मारकण्डे, राहुल मनहरे, आकाश सोनी, संदीप यादव का महत्तवपूर्ण योगदान रहा।