एल्यूमिनियम उद्योग के लिए एस एंड पी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) 2023 की सूची में वेदांता एल्यूमिनियम से पाया पहला स्थान
भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम ने घोषणा की है कि वर्ष 2023 (मूल्यांकन अवधि) के लिए एल्यूमिनियम उद्योग की प्रतिष्ठित एस एंड पी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) सूची में उसने शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। वेदांता एल्यूमिनियम द्वारा हासिल यह उपलब्धि दोहराती है कि कंपनी दुनिया की सबसे सस्टेनेबल एल्यूमिनियम उत्पादक बनने की ओर अग्रसर है और इस बार उसने पर्यावरणीय, सामाजिक व गवर्नेंस (ईएसजी) के मोर्चों पर अपने वैश्विक समकक्षों को पीछे छोड़ दिया है।
एस एंड पी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) कंपनी के सस्टेनेबिलिटी अभ्यासों का सालाना मूल्यांकन है। एस एंड पी सीएसए में दुनिया भर की 10,000 से अधिक कंपनियों को शामिल किया जाता है। सीएसए सस्टेनेबिलिटी की उन कसौटियों पर ध्यान केन्द्रित करता है जो उद्योग-विशेष एवं वित्तीय रूप से महत्वपूर्ण हों । इस समीक्षा को अग्रणी कंपनियों द्वारा प्रमुख बाहरी सस्टेनेबिलिटी मूल्यांकन माना जाता है। इससे पहले वर्ष 2022 के मूल्यांकन के अनुसार वेदांता एल्यूमिनियम ने दुनिया भर के एल्यूमिनियम उद्योग में दूसरा स्थान पाया था। बीते एक साल में कंपनी ने समीक्षा किए गए सभी क्षेत्रों-पर्यावरण, सामाजिकता व गवर्नेंस में खास बढ़ोतरी की है। इससे वर्ष 2023 में कंपनी ने समग्र सीएसए असेसमेंट स्कोर में वृद्धि हासिल की।
विभिन्न उद्योगों की अग्रणी कंपनियों को अपने सस्टेनेबिलिटी अभ्यास के वार्षिक मूल्यांकन से गुजरना होता है। वेदांता एल्यूमिनियम ने समीक्षा की गई कसौटियों खासकर जैव विविधता, व्यावसायिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, सामाजिक प्रभाव, मानव अधिकार, प्रतिभा नियोजन और जल प्रबंधन विधियों में काफी अच्छा स्कोर हासिल किया।
सस्टेनेबल एप्लीकेशंस को सक्षम बनाने और समग्र अर्थव्यवस्था को उनकी मूल्य श्रृंखला के डिकार्बनाइज़िंग करने तथा वैश्विक ऊर्जा स्थानांतरण को मुमकिन करने में एल्यूमिनियम की भूमिका निरंतर महत्वपूर्ण होती जा रही है। वेदांता एल्यूमिनियम वर्ष 2050 तक नेट ज़ीरो हासिल करने प्रतिबद्ध है। इसके लिए दो-तरफा रणनीति कार्बन फुटप्रिंट को घटाने व उसे ऑफसेट करने पर अमल किया जा रहा है। कार्बन फुटप्रिंट को घटाने के लिए कंपनी अपने ऊर्जा मिश्रण में नवीकरणीय ऊर्जा साधनों की भागीदारी बढ़ा रही है। इससे कंपनी की विनिर्माण उत्कृष्टता बढ़ रही है जिससे प्रचालन क्षमताएं बेहतर हो रही हैं और कंपनी बायो फ्यूल जैसे न्यून कार्बन ऊर्जा स्त्रोतों को अपना रही है । कार्बन फुटप्रिंट के अवशेषों को ऑफसेट करने के लिए कंपनी बड़े पैमाने पर वनीकरण के माध्यम से ठोस कार्बन सिंक की रचना कर रही है। अपने प्रचालनों के जरिए कंपनी जिम्मेदारी के साथ निर्मित उच्च गुणवत्ता एल्यूमिनियम को दुनिया तक पहुंचा रही है ताकि धरती के लिए हरित भविष्य सुनिश्चित किया जा सके।
इस उपलब्धि पर वेदांता एल्यूमिनियम के सीईओे जॉन स्लेवन ने कहा, ’’हम एक परिवर्तनकारी यात्रा शुरु कर चुके हैं जहां सस्टेनेबिलिटी के लिए हमारी प्रतिबद्धता व्यावसायिक अनुपालन के परे जाती है और हमारा ध्यान इस पर केन्द्रित है कि हम पर्यावरण पर सकारात्मक असर कैसे कर सकते हैं। एस एंड पी ग्लोबल सीएसए में शीर्ष स्थान हासिल करना हमारी प्रतिबद्धता का परिचायक है कि हम सोर्सिंग से लेकर डिलिवरी तक अपनी मूल्य श्रृंखला के प्रत्येक पहलू में सस्टेनेबल विधियों को लागू करना चाहते हैं। हम उच्चतर संसाधन क्षमताओं को प्राथमिकता दे रहे हैं। अपने ऊर्जा मिश्रण में नवीकरणीय स्त्रोतों का ज्यादा उपयोग कर रहे हैं। ’कचरे को सम्पत्ति में बदलने’ साथ ही अपने कर्मचारियों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने तथा समावेशी विकास के लिए अपने समुदायों के साथ टिकाऊ भागीदारियां स्थापित करने की दिशा में हम काम कर रहे हैं। इन प्रयासों के जरिए वेदांता एल्यूमिनियम पर्यावरण प्रबंधन की विरासत का निर्माण कर रही है और ज्यादा सस्टेनेबल भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रही है।’’
सीएसए की 2023 की रैंकिंग में पहले स्थान पर आने में जिन पहलुओं का योगदान रहा है उनकी विस्तृत जानकारी कंपनी की सस्टेनेबल डेवलपमेंट रिपोर्ट, वित्तीय वर्ष 2023 में उपलब्ध है जिस तक https://vedantaaluminium.com/sustainability/sustainability-report/ यहां से पहुंचा जा सकता है।
सस्टेनेबिलिटी के सफर में कंपनी द्वारा हासिल की गई अहम उपलब्धियों की सूची इस प्रकार हैः
- वित्तीय वर्ष 2021 के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2023 में ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में लगभग 8 प्रतिशत कमी लाई गई और उत्पादकता लगभग 16 प्रतिशत बढ़ाई गई।
- ताजे़ पानी के स्त्रोतों से 11 प्रतिशत कम पानी लिया गया।
- ताजे़ पानी के इस्तेमाल में 15 लाख क्यूबिक मीटर की बचत की गई।
- वित्तीय वर्ष 2023 में कचरे का उपयोग दोगुना हुआ, जिससे सर्कुलर अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली।
- 40 से ज्यादा ग्रामीण सामुदायिक जलाशयों की बहाली परियोजनाओं पर मिलकर काम किया गया।
- भारत में सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट बेड़े को काम में लाया गया, जिससे लॉजिस्टिक्स से होने वाले कार्बन फुटप्रिंट को कम किया गया।
- केन्द्रित सामाजिक पहलों के जरिए 6.3 लाख से अधिक महिलाओं व बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव कायम किया गया।
- वित्तीय वर्ष 2023 में सामुदायिक निवेश में 45 प्रतिशत इजाफा किया गया जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, सामुदायिक बुनियादी सुविधाओं, जमीनी स्तर पर कला, संस्कृति व खेलों के लिए बहुत काम किया गया।
- कर्मचारियों की नियुक्ति में विविधता लाई गई और ट्रांसजेंडरों एवं विकलांग व्यक्तियों को मुख्य प्रचालन में तैनात किया गया। इस प्रकार वेदांता एल्यूमिनियम सही मायनों में समावेशी कार्यस्थल बना रहा है।
वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्यूमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 23 में 22.9 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्यूमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया। यह मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है जिनका उपयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। वेदांता एल्यूमिनियम को एल्यूमिनियम उद्योग में एस एंड पी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2023 में पहली वैश्विक रैंकिंग मिली है, यह उपलब्धि कंपनी की सस्टेनेबल विकास प्रक्रियाओं को प्रतिबिम्बित करती है। भारत में अपने विश्वस्तरीय एल्यूमिनियम स्मेल्टर्स और एल्यूमिना रिफाइनरी के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्यूमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ’भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन में लगातार आगे बढ़ रही है। www.vedantaaluminium.com