रायपुर। अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर छत्तीसगढ़ में 22 जनवरी को शराब की दुकानें बंद रहेंगी। सूबे के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि उनकी सरकार ने 22 जनवरी को ‘ड्राई डे’ घोषित करने का फैसला किया है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बुधवार को जारी एक बयान के अनुसार, राज्य में 25 दिसंबर से 2 जनवरी तक सुशासन दिवस मनाया जा रहा था। अब 22 जनवरी को राज्य में ड्राई डे रहेगा। ड्राई डे का मतलब ‘शराब बिक्री पर रोक’ होता है। सीएम साय ने कहा राम राज हमारे सुशासन का मॉडल रहा है। हम भाग्यशाली हैं कि छत्तीसगढ़ भगवान राम का ‘ननिहाल’ है और सौभाग्य की बात है कि अयोध्या में राम मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ 22 जनवरी को होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी को पूरे राज्य में दिवाली की तरह उत्सव का माहौल होगा। इस दिन दीये जलाए जाएंगे। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि 22 जनवरी को पूरे राज्य में शराब बिक्री बंद रहेगी और इसका कड़ाई से पालन किया जाएगा। 22 जनवरी को नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित है। इस अवसर पर देश-विदेश के एक 1 लाख लोगों के अयोध्या पहुंचने की संभावना है। छत्तीसगढ़ के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री समेत कई नेता प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे।
“शुष्क दिवस” में मदिरा की कोई भी दुकान, होटल, रेस्टॉरेन्ट, क्लब आदि एवं मदिरा बेचने परोसने वाले अन्य प्रतिष्ठान / व्यक्ति, चाहे वह जो भी हो, को मदिरा बेचने व परोसने की अनुमति नहीं देने के निर्देश दिये गये हैं। गैरमालिकाना क्लबों, रेस्टारेन्टों, स्टार होटलों आदि और किसी के भी द्वारा चलाए जाने वाले होटलों को भी उपरोक्तानुसार घोषित “शुष्क दिवस” में मदिरा बेचने व परोसने की अनुमति न देने के निर्देश दिये गये हैं। उक्त अवधि के दौरान मदिरा के व्यक्तिगत भण्डारण पर एवं गैर लायसेंस प्राप्त परिसरों में मदिरा के भण्डारण पर सख्ती से रोक लगाई जाने और उन्हें जप्त करने की कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं।
साथ ही समस्त जिला कार्यालयों तथा संभागीय एवं राज्य स्तरीय उड़नदस्ता के द्वारा अवैध मदिरा के परिवहन एवं विक्रय के रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाये जाने के लिए कहा गया है। इस हेतु जांच दल गठित कर अवैध मदिरा संग्रहण के संभावित ठिकानों एवं वाहनों की जांच किये जाने एवं दोषियों के विरूद्ध अपराध कायम किये जाने के लिए कहा गया है। शुष्क दिवस से संबंधित निर्देशों का कड़ाई से पालन करने कहा गया है।