रायपुर। ठंड के मौसम के साथ अंडे की डिमांड? बढऩे लगती है। लोग शरीर को अंदर से गर्म रखने के लिए अंडे का सेवन शुरू कर देते हैं। दूसरी तरफ एक कहावत भी है, जो हम सभी बचपन से सुनते चले आ रहे हैं संडे हो या मंडे रोज खाओ अंडे। लगता है इसी बात पर छत्तीसगढ़ के लोगों ने ठान ली है और रोजाना प्रदेश में 50 लाख अंडे की खपत शुरू हो गई है। राज्य के लोग प्रतिदिन 50 लाख अंडे खा रहे हैं। अब चाहे वह उबाल कर हो या ऑमलेट बनाकर लेकिन खपत है कि रुकने का नाम ही नहीं ले रही है।
छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य है जहां से समान्य दिनों में रोजाना 70 लाख अंडों का उत्पादन किया जाता है। इनमें से 50 फीसदी अंडों का दूसरे राज्यों में भेजकर व्यापार किया जाता है। लेकिन जैसे ठंड शुरू हुई है उसके साथ ही 15 से 20 लाख अंडे ही दूसरे राज्य में भेज रहें है, क्योंकि राज्य में लोग 50 लाख के आस-पास अंडों का सेवन कर रहे हैं। प्रदेश में खपत बढऩे के साथ ही अंडो की कीमतों पर भी इजाफा होने लगा है। वहीं छत्तीसगढ़ का नाम भी सबसे ज्यादा अंडे उत्पादन करने वाले राज्यों में शामिल है। यहां कई बड़े-बड़े पोल्ट्री फार्म हैं, जहां से लाखों की संख्या में अंडे का उत्पादन किया जाता है। यही वजह है कि यहां से दूसरे राज्य में अंडे भेजे और बेचे जाते हैं।
मौसम के साथ ही गर्मी और बरसात के समय अंडे का उत्पादन ठप्प पड़ जाता है। लेकिन उत्पादन कम होने के बाद भी छत्तीसगढ़ में अंडे का रेट आसमान में रहा है। ऑफ सीजन, यानी की उस वक्त जब मौसम गर्म होता है तब भी प्रदेश में अंडे का दाम चार रुपए तक रहा है। यानी थोक में अंडा लेने पर 3 रुपए 50 पैसे के आस-पास था। लेकिन जैसे ही प्रदेश नें ठंड बढ़ी, वैसे उत्पादन में भी तेजी आई? है। लेकिन अंडे का दाम आसमान में पहुंच गया?। इस दौरान अंडे का दाम दुगने के पास पहुंच गया। वर्तमान में थोक दुकान में अंडे का दाम 5 रुपए, 30 पैसे से 5 रुपए 50 पैसे तक है। वहीं फुटकर में अंडा 6 रुपए से 7 रुपए तक बाजार में बिक रहा है।