रायपुर। अक्सर देखा जाता है कि ट्रेन छूटने के बाद यात्री चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास करते हैं। ऐसे ही उतरने का भी प्रयास करते हैं। इस दौरान हादसों का शिकार भी होते हैं। ऐसे हादसों से लोगों को बचाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल द्वारा मिशन जीवन रक्षा अभियान चलाया जा रहा है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आरपीएफ ने वर्ष 2022-23 के बीच पिछले एक साल में ऐसे 25 लोगों को मौत के मुंह से बचाया है। जिसमें पुरुष एवं महिला यात्रियों के साथ बच्चे भी शामिल है।
रेलवे सुरक्षा बल, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रेल यात्रियों, रेल संपत्ति की सुरक्षा के साथ ही साथ अपने सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ कर रही है । रेलवे सुरक्षा बल द्वारा कर्तब्यनिष्ठा से जरूरतमंद यात्रियों को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ यात्रियों, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा एवं सहायता के किए निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। कुछ ऐसी घटनाएं होती हैं जिनमें यात्री जल्दबाजी में चलती ट्रेन में चढ़ने व उतरने की कोशिश करते हैं, फिसल जाते हैं और ट्रेन के पहियों के नीचे आ कर गिरने से जान को जोखिम में डाल लेते हैं । ऐसे लोगों को मिशन जीवन रक्षा के अंतर्गत आरपीएफ कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर बचाया है।
इसके साथ ही रेलवे सुरक्षा बल, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सदस्य दीपावली एवं छठपर्व आड़ त्योहारों के दौरान जब ट्रेनों एवं स्टेशनों में यात्रियों की बहुत अधिक भीड़-भाड़ होती है, उस दौरान सभी प्रमुख स्टेशनों में गहन जांच, संदिग्ध नशा खुरानी गिरोह पर निगरानी, तथा रेलवे स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण की विस्तृत व्यवस्था के साथ ही साथ महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा एवं सहायता के किए तत्परता से कार्य कर रही है। रेल प्रशासन यात्रियों से अनुरोध करती है कि चलती ट्रेनों में चढ़ने या उतारने का प्रयास ना करें, यह जानलेवा हो सकता है।
