पुलवामा (एजेंसी)। कश्मीर में आतंकियों ने 24 घंटे के भीतर दूसरे आतंकी हमले को अंजाम दिया है। सोमवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने प्रवासी श्रमिक को गोलियों से निशाना बनाया। इससे श्रमिक की मौत हो गई है। इससे पहले रविवार दोपहर श्रीनगर में पुलिस इंस्पेक्टर को आतंकी ने गोलियां मारी। पुलिस अधिकारी का इलाज अस्पताल में जारी है। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया कि पुलवामा के तुमची नौपोरा इलाके में आतंकवादियों ने श्रमिक को गोली मारी। श्रमिक की पहचान उत्तर प्रदेश के निवासी मुकेश के रूप में हुई है। इस हमले में श्रमिक की जान चली गई है। सूचना मिलते ही पुलिस और सुरक्षाबलों की टीम मौके पर पहुंची। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। आतंकियों की तलाश की जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, श्रमिक मुकेश ईंट भट्टे पर मजदूरी करके अपने परिवार का गुजर बसर करता था। सोमवार को दोपहर अपने कुछ सामान लेने के लिए पास की दूकान पर जा रहा था। इसी दौरान आतंकियों ने उस पर गोलीबार की, जिससे उसकी मौत हो गई।
जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने दोनों हमलों की निंदा की है। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व हैं जिन्हें प्रदेश की शांति से परेशानी होती है। श्रीनगर में पुलिस इंस्पेक्टर तो पुलवामा में एक गरीब परिवार के बेटे को आतंकियों ने हमला किया। वह प्रवासी मजदूर महज काम करने के लिए कश्मीर आया था। एडजीपी कश्मीर विजय कुमार व अन्य पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा। ये बातें डीजीपी ने अनंतनाग के मट्टन में मॉडल पुलिस थाने के उद्घाटन के दौरान कहीं।
श्रीनगर में क्रिकेट खेल रहे पुलिस इंस्पेक्टर को मारी गोली
रविवार को श्रीनगर शहर के ईदगाह इलाके में रविवार की शाम एक आतंकी ने क्रिकेट खेल रहे एक पुलिस इंस्पेक्टर को काफी करीब से निशाना बनाते हुए एक के बाद एक, तीन गोलियां मार दीं। हमले में पुलिस इंस्पेक्टर गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्हें सौरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका इलाज चल रहा है। उनकी पहचान मसरूर अहमद वानी के रूप में हुई है। माना जा रहा है कि हमले में पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया है।
सुरक्षाबलों ने दिनदहाड़े हुए हमले के बाद पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया है। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। हमले की जिम्मेदारी द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। हमले में हाइब्रिड आतंकी के शामिल होने का अंदेशा है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि येचिपोरा ईदगाह के रहने वाले इंस्पेक्टर मसरूर अहमद स्थानीय युवाओं के साथ ईदगाह मैदान में क्रिकेट खेल रहे थे। इसी दौरान एक आतंकी मैदान में घुस आया। आतंकी ने काफी नजदीक से आंख, पेट और हाथ में तीन गोलियां मारीं। गोली लगते ही इंस्पेक्टर गिर पड़े। वानी के साथी आतंकी को पकडऩे के लिए भागे परंतु हमलावर हवा में गोलियां चलाता हुआ भाग निकला।
फायरिंग की आवाज सुन मच गई अफरातफरी
इस बीच फायरिंग की आवाज सुनकर मैदान में अफरातफरी मच गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने अन्य लोगों की मदद से घायल इंस्पेक्टर को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका ऑपरेशन चल रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी हासिल की। इन दिनों मसरूर अमहद की तैनाती पुलिस लाइन में है।
एडीजीपी विजय कुमार ने बताया कि हमले में शामिल आतंकियों का पता लगाया जा रहा है। जल्द ही इन्हें अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें हमले को अंजाम देने वाले आतंकी के बारे में कुछ सुराग मिले हैं और उसे पकडऩे के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
खिलाड़ी इधर-उधर लगे भागने
श्रीनगर का ईदगाह इलाका व्यस्तम इलाकों में से एक है। रविवार को अन्य दिनों के मुकाबले में यहां अधिक भीड़ रहती है। शहर के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी संख्या में युवा यहां क्रिकेट खेलने आते हैं। ऐसे में दिनदहाड़े इंस्पेक्टर पर हमला से अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। खिलाड़ी इधर उधर सुरक्षित स्थान की तलाश में भागने लगे।
एलजी ने की निंदा, बोले-आतंकियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हमले की निंदा करते हुए कहा है कि इस कायरतापूर्ण कार्रवाई की जितनी निंदा की जाए, कम है। आतंकियों तथा उनके मददगारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दुख की इस घड़ी में सभी लोग इंस्पेक्टर के परिवार वालों के साथ खड़े हैं। डीजीपी दिलबाग सिंह ने भी घटना की निंदा की है। उधर, टीआरएफ ने रविवार को नोटिस जारी कर दोपहर श्रीनगर के ईदगाह इलाके में एसएचओ कार्गो मसरूर पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है।