भिलाई। दुर्ग जिले के सुपेला थाना क्षेत्र में जमीन के फर्जीवाड़े का बड़ा मामला सामने आया है। झारखंड के सिंहभूम जिले में रहने वाले पीड़ित ने सुपेला थाने में शिकायत दर्ज कराई। दरअसल शातिरों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर कोहका स्थित पीड़ित की जमीन को बेच दिया। इस मामले में सुपेला पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू की। इसके बाद पुलिस के हाथ बड़ा गिरोह लगा है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लैपटॉप, मोबाईल, प्रिंटर, फर्जी दस्तावेज तथा 2 लाख रुपए नगद जब्त किया है। यह पूरा मामला सुपेला थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार पश्चिमी सिंहभूम (झारखंड) निवासी योगानंदन यादव की जमीन को फर्जी दस्तावेज बनाकर बेच दिया गया। योगानंदन ने अपनी शिकायत में बताया कि अज्ञात व्यक्ति खुद योगानंदन बन गया और जमीन के दस्तावेज तैयार किए। इसमें ऋण पुस्तिका से लेकर रजिस्ट्री पेपर आदि बनवाए और इसके बाद जमीन को बेच दिया। जब इसकी जानकारी योगानंदन को हुई तो उसके पांव तले जमीन खिसक गई। आनन फानन में उसने शिकायत दर्ज कराई। शिकायत पर सुपेला पुलिस ने धारा 420, 466, 467, 468, 471, 120 बी, 201, 34 के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की।
विवेचना के दौरान पाया गया कि प्रार्थी योगानंदन की जमीन कोहका भिलाई स्थित खसरा नं. 5243/2, 5243/3 रकबा 3000 वर्गफीट को अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा फर्जी योगानंदन बनकर उनकी उक्त जमीन को फर्जी ऋण पुस्तिका, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज तैयार कर आसमा खातून व विपिन अग्रवाल को बेच दिया। प्रकरण में आरोपी कैलाश नगर भिलाई निवासी राकेश राय, बीडी कालोनी उरला दुर्ग निवासी प्रंशात पाटिल व दीनदयाल कालोनी जुनवानी एन रमेश उर्फ फर्जी योगनंदन यादव का पता चला।

इसके बाद पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया और पूछताछ की। पूछताछ में सभी ने एक साथ मिलकर कुटरचित दस्तावेज तैयार कर एन रमेश को फर्जी योगनंदन बनाकर उसका आधार कार्ड, बैक खाता खुलवाया। डुप्लीकेट ऋण पुस्तिका बनवा कर। फर्जी तरीके से जमीन रजिस्ट्री करवाई और उसे बेच दिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से आधार कार्ड, शपथ पत्र, लैपटाप, कलर प्रिंटर तथा 2 लाख रुपए नगद जब्त किया है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में जेल भेज दिया है। इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार शर्मा, एसआई अमित अंदानी, एएसआई दिनेश सिंह, आरक्षक जुनैद सिद्धीकी का विशेष योगदान रहा।