नईदल्ली। इस्राइल से 212 भारतीय नागरिकों को लेकर पहली उड़ान वार सुबह दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी। एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एयरपोर्ट पर नागरिकों का स्वागत किया। इस दौरान यात्रियों द्वारा ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए गए। साथ ही सुरक्षित इस्राइल से अपने देश लाने के लिए सरकार का आभार जताया।
इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि हमारी सरकार किसी भी भारतीय को कभी पीछे नहीं छोड़ेगी। हमारी सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी सुरक्षा के लिए, उन्हें सुरक्षित घर वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, विदेश मंत्रालय की टीम, एयर इंडिया की इस उड़ान के चालक दल के आभारी हैं, जिन्होंने इसे संभव बनाया और हमारे बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ घर वापस लाया और उनके प्रियजनों के पास वापस पहुंचाया।
ऑपरेशन अजय के तहत इस्राइल से भारत आई एक महिला स्वाति पटेल ने बताया कि यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है। वहां जब सायरन बजता है तो बहुत डर लगता है। सायरन बजने पर शेल्टर में जाना होता है। यहां हम सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जब भी सायरन बजता था, तब हमें 1.5 मिनट में शेल्टर में जाना होता था। एक अन्य महिला ने कहा अब हम अब काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं, मैं भारत सरकार और प्रधानमंत्री का धन्यवाद करती हूं।

हमास के आतंकियों ने पार की बर्बरता की हद
इधर इस्राइल के एक कस्बे में एक गर्भवती महिला का शव बरामद हुआ है। दरअसल आतंकियों ने बर्बरता की हद पार करते हुए महिला के पेट को चीर दिया, जिससे महिला का अजन्मा बच्चा बाहर आ गया। आतंकियों का इतने से भी मन नहीं भरा और अजन्मे बच्चे को भी चाकू से गोद दिया। इस्राइली नागरिक योसी लानडाउ बीते एक दशक से जाका नामक एक संस्था से जुड़े हैं। यह संस्था अप्राकृतिक कारणों से मारे गए लोगों के शवों को बरामद करने के लिए काम करती है। योसी ने बताया कि एक जगह जो उन्होंने देखा उससे ना सिर्फ वह हिल गए बल्कि उनकी पूरी टीम स्तब्ध रह गई। दरअसल एक घर में गर्भवती महिला का शव पड़ा था, जिसका पेट चाकू से फाड़ा गया था। महिला का अजन्मा बच्चे का शव बाहर था और उसे भी चाकू से गोदा हुआ था। बच्चा अभी भी आहारनाल से अपनी मां के गर्भ से जुड़ा था।