रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हुए एक्सिस बैंक में छह करोड़ की लूट के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। लूट के पांच आरोपियों को बलरामपुर पुलिस ने झारखंड बॉर्डर से गिरफ्तार किया। आरोपी ट्रक में सवार होकर झारखंड भाग रहे थे। पुलिस ने लुटेरों को झारखंड सीमा पर स्थित रामानुजगंज बेरियर से गिरफ्तार कर लिया है। यही नहीं पुलिस ने लूट की सारी रकम और सोने के जेवरात बरामद किए हैं। अभी भी कुछ आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस को मिले इनपुट के अनुसार अन्य आरोपी ओड़िशा के रास्ते फरार होने में सफल हुए हैं।
बता दें मंगलवार की सुबह आधा दर्जन नकाबपोश बदमाशों ने शहर के ढिमापुर स्थित एक्सिस बैंक में लूट की वारदात को अंजाम दिया। लुटेरों नेत बैंक के मैनेजर अभिषेक केडिया सहित अन्य कर्मचारियों को एक कमरे में बंद कर दिया और चेस्टरुम के लाकर में रखे सोने के जेवर सहित पांच करोड़ 62 लाख रुपए से अधिक लेकर फरार हो गए। दिन दहाड़े लूट की इतनी बड़ी वारदात के बाद पुलिस अलर्ट हो गई। लुटेरों की तलाश के लिए पुलिस ने शहर में नाकेबंदी कर दी और हर वाहनों पर नजर रखी जा रही थी।
इस दौरान रामानुजगंज में छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा पर चेकपोस्ट पर देर रात पुलिस ने एक ट्रक की जांच की तो उसमें कैश और सोना बरामद हो गया। ट्रक के आगे चल रही क्रेटा कार को रुकवाया गया। सभी आरोपी ट्रक में सवार थे पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया है। आरोपियों के पास से बैंक डकैती में प्रयोग के किए गए पिस्टल और चाकू भी बरामद किया गया है। बलरामपुर घटना में शामिल फरार आरोपियों के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है। आरोपी बिहार के गया जिले के बताए जा रहे हैं।

पुलिस ने बताया कि लूट की वारदात के बाद लुटेरों की पहली प्राथमिकता छत्तीसगढ़ से फरार होने की थी। उन्हें पता चल गया था कि कई स्थानों के सीसी कैमरा में उनका चेहरा आ चुका है। यदि छत्तीसगढ़ में वे रुके तो वे कभी भी पकड़ में आ सकते हैं इसलिए उन्होंने रकम का बंटवारा किए बिना ही पहले भागने का प्लान बनाया। आरोपी अगल अलग माध्यम से भागे। पुलिस की चाक चौबंद नाकेबंधी व जांच में चंद घंटों के अंदर ही आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिली है। बलराम पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेंद सिंह ने लुटेरों के पकड़े जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि विस्तृत पूछताछ के बाद मामले का विस्तार पूर्वक खुलासा किया जाएगा।