कंपनी ने अपने उत्कृष्ट मानव संसाधन प्रबंधन से किया समावेषी नियोजन को प्रोत्साहित।
वेदांता एल्यूमिनियम के मानव संसाधन, वाणिज्य और सुरक्षा विभागों में दिव्यांग हुए नियोजित।
भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम ने ओडिशा व छत्तीसगढ़ स्थित अपने प्रचालनों में अनेक दिव्यांग पेषेवरों की नियुक्ति की है। धातु व खनन उद्योग में कंपनी द्वारा विविधता, समानता व समावेशन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। ये पेषेवर दृष्टिहीनता और चलने-फिरने में मुष्किल आदि विभिन्न शारीरिक अक्षमताओं से जूझ रहे हैं। इन पेषेवरों को उनके कौशल व क्षमताओं के अनुरूप कार्य सौंपे गए हैं। उत्तरदायित्वों के अनुरूप दिव्यांगों को विषय विषेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। चूंकि बैक-ऑफिस या सेवा उद्योग जैसे क्षेत्रों की तुलना में भारी इंजीनियरिंग, धातु व कोर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के तकनीकी कार्य अधिक जटिल होते हैं इस दृष्टि से वेदांता एल्यूमिनियम द्वारा अपने प्रचालनों में दिव्यांगजनों का नियोजन अत्यंत महत्वपूर्ण है।
कंपनी के प्रचालन स्थलों के आसपास के इलाकों में बसे समुदायों के बीच से चयनित लगभग 20 दिव्यांग वेदांता एल्यूमिनियम में विभिन्न पदों पर कार्यरत हैं। ये पेषेवर वाणिज्य, मानव संसाधन, सम्पत्ति सुरक्षा, हाउसकीपिंग, स्टोरकीपिंग और कारपेंट्री आदि संबंधी कार्यों में शामिल हैं। दिव्यांगों के नियोजन से औद्योगिक संगठनों को सामान्य मानदंडों से पार जाने और सही मायने में समावेषी कार्यस्थल के विकास के अवसर मिलते हैं। इस दृष्टिकोण में सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किया जाना शामिल है जिससे बधिर पेषवरों को सचेत करने के लिए विषेष चेतावनी उपकरण स्थापित किए जाएं ताकि वे कार्य संबंधी विभिन्न प्रक्रियाओं को पूरा कर सकें। इसके साथ ही ऐसे उपकरणों की तैनाती भी शामिल है जिनकी मदद से चलने-फिरने में अक्षम पेषेवर स्वतंत्रता के साथ अपने कार्यस्थल में आवाजाही कर सकें।
वेदांता एल्यूमिनियम ने अनेक कार्यक्रमों के जरिए दिव्यांग कर्मचारियों का क्षमता निर्माण सुनिष्चित किया है ताकि वे अपने सामान्य सहकर्मियों के समान उत्तरदायित्वों को पूरा कर सकें। कंपनी की इस नीति से दिव्यांग कर्मचारियों को सामाजिक-आर्थिक मुख्यधारा में शामिल होने का अवसर मिला है। कंपनी पांच सूत्रीय रणनीति के माध्यम से समावेशन को सुगम करती है: (1) नियुक्ति हेतु संभावित व्यक्तियों की पहचान (2) विशेषज्ञों द्वारा कौशल पर केंद्रित प्रशिक्षण (3) कर्मचारियों को संवेदनशील बनाने के लिए सत्रों का आयोजन ताकि दिव्यांगों के लिए सहयोगकारी परिवेश निर्मित हो (4) सक्षमकारी नीतियां एवं प्रक्रियाएं तथा (5) आधारभूत संरचनाओं का संवर्धन जो विभिन्न क्षमताओं के अनुरूप हो तथा अवरोध घटाने के लिए एकसमान दृष्टिकोण सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त कंपनी ने समर्पित मानव संसाधन बिजनेस पार्टनर नियुक्त किए हैं जो इन पेशेवरों को दिव्यांगता प्रमाणपत्र प्राप्त करने और राज्य व केंद्र सरकारों के कार्यक्रमों के जरिए लाभान्वित होने आदि के लिए तय योजनाओं का लाभ उठाने में मदद करते हैं।
इस अवसर पर वेदांता लिमिटेड, एल्यूमिनियम व्यवसाय के मुख्य प्रचालन अधिकारी श्री सुनील गुप्ता ने कहा, ’’वेदांता एल्यूमिनियम में नैतिकता के साथ ही रणनीतिक लाभ के लिए विविधता को प्रोत्साहित किया जा रहा है। कंपनी द्वारा दिव्यांगों की नियुक्ति से उनकी मजबूती के अवसर निर्मित होते ही हैं साथ ही हम अपने संगठन के लिए अतिरिक्त नवप्रवर्तन, असीम रचनात्मकता और विविध दृष्टिकोणों के द्वार भी खोलते हैं जिससे संगठन की असाधारण प्रगति सुनिष्चित की जा सकती है।’’
अपने विचार साझा करते हुए बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं पूर्णकालिक निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा, ’’हम ऐसे समावेशी मानव संसाधन वातावरण को पोषित कर रहे हैं जो परंपरागत दृष्टिकोण से बढ़कर हो तथा इसके जरिए कार्य के लिए रुझान व जज्बे को पुरस्कृत किया जाए। सभी रूपों में समावेशन के महत्व को अपनाते हुए हम अपने नए कर्मचारियों का स्वागत करते हैं और उन्हें सफल करियर की शुभकामनाएं देते हैं।’’
वेदांता लिमिटेड, एल्यूमिनियम व्यवसाय के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी श्री दिलीप सिन्हा ने कहा, ’’वेदांता एल्यूमिनियम ऐसे परिवेश को संवर्धित करने के लिए समर्पित है जहां सभी सक्षम पेशेवरों का स्वागत हो, जो ऐसी नीतियों व प्रक्रियाओं से सशक्त हो जिनसे उनकी योग्यता का निरंतर विकास हो सके। इस दृष्टिकोण ने हमें सक्षम बनाया है ताकि हम मानव संसाधन प्रबंधन की उच्च स्तरीय कार्य शैली के अग्रिम मोर्चे पर बने रहें। अपने संयंत्रों के आसपास के समुदायों से दिव्यांग पेशेवरों को नियोजित करना हमारे इस प्रयास का स्वाभाविक विस्तार है। अपनी उन्नति के साथ हम यह सुनिष्चित करतें हैं कि हम सतत प्रगति की दिषा में अपने समुदायों को साथ लेकर चलें।’’
इससे पूर्व कंपनी ने एलजीबीटीक्यूप्लस समुदाय के नागरिकों को नियोजित किया। लगभग 30 ट्रांसजेंडरों के नियोजन एवं प्रषिक्षण के बाद उन्हें विभिन्न कार्यस्थलों पर तैनात किया गया है। ये तैनातियां कंपनी के सभी संयंत्रों में की गई हैं। इससे विविधता एवं समावेशन को पोषित करने की कंपनी की प्रतिबद्धता रेखांकित होती है। हाल ही में कंपनी ने विषिष्ट जेंडर रिअफर्मेशन पॉलिसी लागू की है जिसके तहत उन ट्रांसजेंडर पेशेवरों को वित्तीय मदद एवं सवैतनिक छुट्टियां देने का प्रावधान है जो जेंडर रिअसाइनमेंट सर्जरी कराना चाहते हैं। कंपनी निर्धारित कार्य संबंधी उत्तरदायित्वों का प्रारूप लैंगिक भेदभाव से परे है तथा कार्यों का आबंटन कौशल एवं क्षमता के आधार पर किया जाता है। इन सभी कदमों की वजह से भारत के विनिर्माण क्षेत्र में कर्मचारियों की विविधता और समावेशी व्यावसायिक कार्यषैलियों को प्रोत्साहन मिल रहा है।
वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्यूमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 23 में 22.9 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्यूमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया। यह मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है, इन उत्पादों का प्रयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। वेदांता एल्यूमिनियम को एल्यूमिनियम उद्योग में डाउ जोंस सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) 2022 में दूसरी वैश्विक रैंकिंग मिली है, जो इसकी सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्रक्रियाओं का प्रमाण है। देश भर में अपने विश्वस्तरीय एल्यूमिनियम स्मेल्टर्स, एल्यूमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्यूमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ’भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन को पूरा करती है। www.vedantaaluminium.com