रायपुर। छत्तीसगढ़ में इन दिनों ईडी और आईडी की जोरदार चर्चा है। चर्चा इसलिए नहीं कि वे ताबड़तोड़ छापे मार कार्रवाई कर रहे हैं बल्कि चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि इन छापों में उन्हें क्या मिल रहा है यह पता नहीं चलता। बुधवार को सीएम भूपेश बघेल के ओएसडी व राजनीतिक सलाहकार के यहां ईडी पहुंच गई। अब इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का रिएक्शन आया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा प्रजातांत्रिक ढंग से चुनाव नहीं लड़ना चाहती। पाटन में भी विजय बघेल नहीं बल्कि ईडी व आईटी चुनाव लड़ेगे।
कांग्रेस पार्टी के ऑफशियल ट्विटर हैंडल पर वीडिया शेयर किया गया है जिसमें सीएम बघेल बता रहे हैं कि ईडी क्या करती है। सीएम बघेल ने कहा कि ED करती क्या है? ED के लोग घरों में जाते हैं, मोबाइल जब्त करते हैं, ज्वैलरी-कैश व बैंक खाते सीज करते हैं। फिर पूरे परिवार को कई दिनों तक बंधक बनाकर रखते हैं और राजनीतिक सवाल पूछते हैं। पहले IT ने छापा डाला, फिर ED की एंट्री हुई। आगे अब सीबीआई भी आ सकती है। इनका उद्देश्य सिर्फ सरकार को बदनाम करना है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद भी ईडी पहले नोएड़ा में एफआईआर कराते हैं और उसके बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में सीबीआई जांच की मांग करते हैं। इसका मतलब साफ है कि ईडी खुद को सक्षम नहीं मानती। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले IT के 250 लोगों की टीम छापा डालेगी। ED आती है तो IT जाती है, IT आती है तो ED जाती है। हमारे यहां यही क्रम चल रहा है। चलती सरकार को कैसे बदनाम करना है यही इनका काम है। पूछताछ के नाम पर ईडी के अफसर अमानवीय व्यवहार करते हैं।