रायपुर। संसद में मणिपुर से छत्तीसगढ़ की तूलना किए जाने पर सीएम भूपेश बघेल भाजपा पर बरस पड़े। शनिवार को कोरबा प्रवास के दौरान हेलीपैड पर मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की तूलना मणिपुर से नहीं की जा सकती। भाजपा के नेता जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं। आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह इस प्रकार की गलत बयानबाजी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यहां तक कहा कि भाजपा वालों को राज्यपाल अनुसुइया उइके से सीख लेनी चाहिए जिन्होंने मणिपुर के हालातों पर भाजपा को पूरी रिपोर्ट भेजी है।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की घटनाओं की तूलना मणिपुर से नहीं की जा सकती है। ह्युमन राइट्स की टीम छत्तीसगढ़ आ रही है लेकिन मणिपुर नहीं जा रही है। तीन माह से ज्यादा समय से मणिपुर जल रहा है लेकिन केन्द्र सरकार को उसकी चिंता नहीं है। दूसरी तरफ केन्द्र सरकार उन्हें तलाश कर रही है जिन्होंने वीडियो वायरल कर मणिपुर की सच्चाई उजागर की थी। मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने ऑन रिकॉर्ड बयान दिया है कि 50 हजार से ज्यादा लोग घर छोड़ चुके हैं।
राज्यपाल ने बताया है कि सैकड़ों घर जला दिए गए हैं, 100 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है, महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है और निर्वस्त्र करके घुमाया जा रहा है और उन्होंने यह भी कहा जिंदगी में कभी ऐसा दृश्य नहीं देखा था। केंद्र सरकार को उन्होंने अपनी रिपोर्ट भी सौंपी है। उसके बावजूद भी केंद्र सरकार के द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया बल्कि वहां पर लगातार घटनाएं बढ़ रही है। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कम से कम भाजपा नेता को राज्यपाल अनुसुइया उइके से कुछ सीखना चाहिए।
