भिलाई। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर वैशाली नगर विधानसभा में प्रत्याशी चयन के लिए ऑनलाइन वोटिंग हो रही है। कुछ नेताओं के नाम से सोशल मीडिया में जनमत मांगा जा रहा है। इस सीट पर दावेदारों की लंबी चौड़ी लिस्ट है। इस प्रकार का सर्वे की जानकारी मिलने के बाद पार्टी के शीर्ष नेताओं ने इसे बोगस कहा है और इस प्रकार का जनमत कराने वालों पर एफआईआर तक की मांग की गई है।
बता दें वैशाली नगर विधानसभा सीट विधायक विद्यारतन भसीन के स्वर्गवास के बाद से खाली है। आने वाले कुछ माह में छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों में चुनाव होने हैं। विद्यारतन भसीन के निधन के बाद इस सीट पर दावेदारों की लंबी लिस्ट बन गई है। ऐसे में कुछ गुटों ने अपने नेता का नाम आगे करने के लिए सोशल मीडिया में वोटिंग वार शुरू कर दिया है। इसकी जानकारी लगने के बाद पार्टी में विरोध भी शुरू हो गया है। कुछ नेताओं का कहना है कि इसको लेकर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।
अलग अलग लिंक से वोटिंग
वैशाली नगर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी को लेकर मारामारी का यह आलम है कि सोशल मीडिया पर इसे लेकर जबरदस्त माहौल बना हुआ है। बताया जा रहा है कि अलग अलग लिंक से वोटिंग की जा रही है। बकायदा वाट्सएप और अन्य माध्यमों से लोगों के पास लिंक भेजकर पोलिंग में हिस्सा लेने कहा जा रहा है। यही नहीं वोटिंग के आंकड़े भी भेजने की बात सामने आ रही है। इधर इस पूरे ऑनलाइन वोटिंग में वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले कुछ वरिष्ठ भाजपा नेताओं की भौंहें तन गई है क्योंकि उनके नाम इस वोटिंग लिस्ट से गायब है।

दिव्या भसीन से लेकिन संगीता शाह तक के नाम
ऑनलाइन वोटिंग की लिंक वायरल हो रही है उसमें वैशाली नगर क्षेत्र से लेकर बाहरी नेताओं के नाम भी हैं। दिवंगत विधायक विद्यारतन भसीन की बेटी दिव्या भसीन, ताजा-ताजा राजनीति में आने वाली सिंपलेक्स समूह की संगीता शाह से लेकर राकेश पाण्डे, मनीष पाण्डेय, भिलाई जिला अध्यक्ष बृजेश बिचपुरिया, डॉ दीप चटर्जी, भोजराज सिन्हा, रिकेश सेन जैसे नाम शामिल है। कहा जा रहा है कि इस तरह की ट्रिक अपने आकाओं को खुश करने के लिए अपनाया जा रहा है। हालांकि इस वायरल वोटिंग में शामिल नेता इसमें अपना हाथ होने से इंकार कर रहे हैं।