रायपुर। छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम का इस्तीफा देने के बाद दर्द छलक उठा। गुरुवार को मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने इस्तीफे पर अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री ही सर्वेसर्वा होता है। मुख्यमंत्री ने मंत्री बनाया यह उनका दिया हुआ प्रसाद है और वे जब चाहे अपना प्रसाद वापस ले लें। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि इस्तीफा दिया नहीं जाता है यह तो कांग्रेस आलाकमान का निर्देश होता है।
बता दें छत्तीसगढ़ में राजनीतिक उठापटक जारी है। टीएस सिंहदेव के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद पार्टी आलाकमान ने मोहन मरकाम को पीसीसी अध्यक्ष पद से हटा दिया। इनकी जगह बस्तर के सांसद दीपक बैज को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। अभी इसकी चर्चा थमी नहीं थी कि छत्तीसगढ़ के शिक्षामंत्री प्रेमसाय सिंह टेकान ने इस्तीफा दे दिया। यही नहीं पीसीसी चीफ के पद से हटाए गए मोहन मरकाम को मंत्री बनाए जाने की चर्चा भी तेज हो गई।
इधर इसी मु्द्दे पर प्रेम साय सिंह टेकाम से मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का निर्देश था कि इस्तीफा दें। उन्होंने कहा था कि आलाकमान का निर्णय है और आपकों इस्तीफा देना है और दे दिया। टिकट कटने के सवाल पर भी उन्होंने जवाब दिया। प्रेम साय सिंह टेकाम ने कहा कि टिकट देना आलाकमान के निर्णय पर टिका रहता है। पार्टी जिसे चाहेगी उसे टिकट दे। आगे चुनाव है और चुनाव में कांग्रेस के लिए समर्पित होकर काम करना है। मोहन मरकाम को मंत्री बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह निर्णय भी मुख्यमंत्री को लेना है किसे मंत्री बनाए किसे नहीं।





