हाईप्रोफाइल मामले का एसपी शलभ सिन्हा ने किया खुलासा, सवा करोड रुपए व लाखों के जेवर बरामद
भिलाई। छत्तीसगढ़ में दुर्ग के चावल कारोबारी से ईडी का अफसर बनकर ठगी के मामले में पुलिस ने महाराष्ट्र से पति पत्नी सहित नौ आरोपियों गिरफ्तार कर लिया है। इस हाईप्रोफाइल धोखाधड़ी केस के तीन आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों से 1.25 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। इसके अलावा दो कार भी जब्त की है। आरोपियों ने ठगी की रकम से सवा लाख रुपये का तो परफ्यूम ही खरीद लिया था। इसके साथ गहने और बुलेट भी खरीदी। आरोपियों ने करीब सात दिन पहले कारोबारी से दो करोड़ रुपए ठगे थे।
एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि चावल व्यापारी ठगी करने के बाद सभी आरोपियों ने रुपये का आपस में बंटवारा कर लिया था। इसमें से आरोपियों ने 2 लाख 20 हजार के जेवरात, बुलेट बाइक और 1 लाख 20 हजार का परफ्यूम समेत अन्य सामान खरीदा है। इस सारे सामान को बरामद कर लिया गया है। तीन आरोपी अभी भी फरार हैं। उन्हें पकड़ने के लिए टीम को गुजरात भेजा गया है। पुलिस ने आरोपियों से कुल नगदी रकम 1 करोड 25 लाख 16 हजार रुपए, 2 लाख 19 हजार रुपए की सोने की ज्वेलरी, विभिन्न कंपनियों के 10 एण्ड्रायड एवं की-पैड मोबाईल फोन, 1 लाख 20 हजार रुपए का परफ्यूम एवं अन्य सामान, ईडी – सीबीआई के अधिकारी के पदनाम का फर्जी आइडेंटिटी कार्ड बारामद किया है।

मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने की धमकी देकर ले गए थे रुपए
मोहन नगर थाना क्षेत्र पारख कॉम्प्लेक्स में चावल कारोबारी विनीत गुप्ता का ऑफिस है। इसी दफ्तर में के 27 जून की दोपहर स्कार्पियो गाड़ी से छह लोग पहुंचे। उन्होंने ही ऑफिस का दरवाजा बंद कर दिया। इसके बाद अफसर बनकर आए लोगों ने कारोबारी को डांटा कि वह टैक्स की चोरी करते हैं। आरोपियों ने विनीत को मनी लांड्रिंग के केस में जेल भेज की धमकी दी। साथ ही ईडी का आई कार्ड दिखाकर दो करोड़ रुपये सहित व्यापारी को भी अपनी गाड़ी में बिठा लिया। इसके बाद रास्ते में उसे उतारकर रकम लेकर भाग निकले।

होटल से मिला था पुलिस को अहम सुराग
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की। इस दौरान मालवीय नगर चौक स्थित एवलॉन होटल में गिरीश वालेचा नामके व्यक्ति का वारदात से एक दिन पहले आकर रुकने का पता चला। पुलिस को वहां से गिरीश का आधार कार्ड भी मिला। उसकी जानकारी जुटाई तो सामने आया कि गिरीश वालेचा ने सितंबर 2022 को खुद को सीआईडी ऑफिसर बताकर गोरेगांव मुंबई में ठगी की थी। इस पर पुलिस ने गोरगांव पुलिस से संपर्क किया और गिरीश की फोटो का मिलान कराया।
मुंबई पुलिस ने की तीन आरोपियों की पहचान
गोरेगांव पुलिस ने गिरीश के साथ उसके तीन अन्य साथियों की भी पहचान की। इसके बाद दुर्ग पुलिस ने मुंबई में गिरीश वालेचा को घेराबंदी कर गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसकी पत्नी नगमा अंसारी की भी मिलीभगत सामने आई। इसके अलावा आरोपी अब्दुल हमीद, श्रीधर पिल्ले, जीवा आहिर, रोहित पाठक, मंगल पटेल, कृष्णा श्रीमाला, किशोर चौबल, नासिक के संजय आईरे, राशिद, शाहिद और हासिम के शामिल होने का पता चला। पुलिस ने इनमें से नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अभी राशिद, शाहिद और हासिम फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल स्कार्पियो, आर्टिगा गाड़ी, जेवरात, बैंक पासबुक, मोबाइल समेत अन्य सामान बरामद किया है।
कार्रवाई में इन पुलिस कर्मियों की भूमिका रही अहम
इस पूरी कार्रवाई में एसीसीयू से एएसआई शमित मिश्रा, चंद्रशेखर सोनी, पूर्ण बहादुर, प्रधान आरक्षक चंद्रशेखर बंजीर, आरक्षक प्रदीप सिंह ठाकुर, धीरेन्द्र यादव, नितिन सिंह, विक्रान्त कुमार, पंकज चतुर्वेदी, राजकुमार चंद्रा, चित्रसेन साहू, शाहबाज खान, पन्ने लाल, रिंकू सोनी, जगजीत सिंह, जावेद हुसैन, अभय राय, निखिल साहू, महिला आरक्षक आरती सिंह सिविल टीम दुर्ग से आरक्षक जावेद खान, गौर सिंह एवं थाना मोहन नगर से एएसआई प्रमोद सिंह, प्रधान आरक्षक शहीद खान, मनीष अग्निहोत्री, आरक्षक देवव्रत ठाकुर की उल्लेखनीय भूमिका रही।