जगदलपुर। यहां के एक युवक का अपहरण का राजस्थान ले जाने की सूचना पर पुलिस ने नाकेबंदी कर अपहरणकर्ताओं को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया। दरअसल अपहरण कर्ता जिस युवक का अपहरण कर ले जा रहे थे उनके बडे भाई से उन्हें 70 हजार रुपए कर्ज वसूलना था। बड़ा भाई नहीं मिला तो छोटे भाई को कार में बिठाकर लेकर जा रहे थे। पुलिस ने राजस्थान के दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और युवक को सकुशल उनके चंगुल से छुड़ा लिया है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक, राजस्थान में झालावाड़ के भवानी मंडी निवासी गंगाराम ने करीब तीन साल पहले स्थानीय सूरजमल जैन से ढाई लाख रुपये उधार लिए थे। इसकी एवज में गंगाराम ने सूरजमल के फार्म हाउस पर दो साल सात महीने काम किया और 1.80 लाख रुपये चुका दिए। आरोप है कि बाकी रकम के लिए सूरजमल घर आकर गंगाराम से गाली-गलौज और मारपीट करने लगा। तंग आकर गंगाराम परिवार सहित बस्तर के ग्राम आसना आ गया और किराये के मकान में रहकर प्लास्टिक की कुर्सियां बेचने का धंधा करने लगा।

इधर गंगाराम के बेटे पवन ने एक मई को थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई और बताया कि 30 अप्रैल को सूरजमल और एक अन्य आरोपी मोहन राठौर घर में जबरदस्ती घुस आए। उन्होंने गंगाराम के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट की और अगवा कर ले जाने लगे। गंगाराम भागकर कहीं छिप गया। इस पर दोनों आरोपियों ने उसके चाचा सुरेश कुमार को जबरदस्ती इनोवा कार में बिठा लिया और अगवा कर ले गए। रिपोर्ट दर्ज होते ही पुलिस ने अफसरों को वारदात की सूचना दी और कोतवाली प्रभारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों के हुलिए और गाड़ी नंबर के आधार पर राजनांदगांव और महाराष्ट्र की साकोली कारडा पुलिस से संपर्क किया गया। इसके बाद दोनों जगह नाकाबंदी की गई। महाराष्ट्र पुलिस ने चेकपोस्ट पर गाड़ी को रुकवा लिया और आरोपियों को पकड़ लिया। सूचना मिलने पर बस्तर पुलिस पहुंची और दोनों आरोपियों सहित सुरेश कुमार को सुरक्षित ले आई। पूछताछ में आरोपियों ने उधारी की रकम के लिए अगवा करने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।