नईदिल्ली New Delhi. भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों और पुलिस के बीच बुधवार देर रात झड़प हो गई। पहलवानों का आरोप है कि बारिश की वजह से उन्होंने बेड मंगवाए थे। पुलिस ने धरना स्थल पर पहुंचने से पहले ही रोक दिया। इसी दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारी पहलवानों के बीच धक्कामुक्की हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुष्यंत फोगाट समेत दो पहलवानों को चोट लगी है। यही नहीं पुलिस ने यहां आम आदमी पार्टी विधायक सोमनाथ भारती को पुलिस ने हिरासत में लिया और बाद में छोड़ दिया।
बता दें इस साल जनवरी में देश के कुछ प्रमुख पहलवानों के नेतृत्व में एक विरोध प्रदर्शन के बाद खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह और अन्य कोचों के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एक ‘निगरानी समिति’ के गठन की घोषणा की थी। समिति को मंत्रालय को इस मुद्दे पर एक रिपोर्ट सौंपने का काम सौंपा गया था। पहलवानों ने रिपोर्ट में देरी का हवाला देते हुए 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया था जो अब तक जारी है। इस बीच सरकार व पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है जबकि पदक विजेता पहलवानों ने उस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

बजरंग पुनिया बोले- पुलिस ने महिलाओं को दी गालियां
इस पूरे घटना क्रम के बाद पहलवान बजरंग पुनिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारी महिला पहलवानों को गालियां दीं और उनके साथ मारपीट की गई। उन्होंने कहा, हमें पूरे देश के समर्थन की जरूरत है, सभी को दिल्ली आना चाहिए। पुलिस हमारे खिलाफ बल प्रयोग कर रही है। महिलाओं को गाली दे रही है और बृजभूषण के खिलाफ कुछ नहीं कर रही है। इसके अलावा पहलवानों ने यह भी आरोप लगाया है कि कुछ बाहरी लोगों ने शराब पीकर हंगामा किया और बदसलूकी भी की है।

देर रात मीडिया से चर्चा, कहा- अपराधियों की तरह कर रहे बर्ताव
इस घटना के बाद देर रात पहलवान विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने मीडिया से बात की। इस दौरान वे रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि वे देश का नाम रोशन करने वाली खिलाड़ी हैं, मगर उनके साथ अपराधियों की तरह बर्ताव किया जा रहा है। आंखों में आंसू लिए विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट ने कहा कि अगर हमें मारना चाहते हैं तो मार दो। उन्होंने कहा, क्या हमने यह दिन देखने के लिए देश के लिए पदक जीते? हमने अपना खाना भी नहीं खाया है। क्या पुरुषों को महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने का अधिकार है? ये पुलिस वाले बंदूकें पकड़े हुए हैं, वे हमें मार सकते हैं। विनेश ने कहा, कहां हैं महिला पुलिस अधिकारी? पुरुष अधिकारी हमें ऐसे कैसे धकेल सकते हैं। हम अपराधी नहीं हैं। विनेश फोगाट ने कहा कि नशे में धुत पुलिस अधिकारी ने मेरे भाई को मारा।