जशपुर Jashpur. छत्तीसगढ़ में दृश्यम फिल्म के जैसा एक और हत्याकांड का मामला सामने आया है। जशपुर जिले में एक शख्स ने अपनी पत्नी की हत्या कर शव को पहले दफनाया। दफनाने के दस दिन बाद दफन शव को बाहर निकालकर जलाया और अस्थियों को भी बहा दिया। हत्या के बाद पत्नी के लापता होने की रिपोर्ट भी दर्ज करा दी। इस मामले में पुलिस को लगभग एक माह बाद आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। पुलिस आरोपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। घटना जशपुर जिले के थाना बागबहार अंतर्गत कोतबा चौकी क्षेत्र का है। एक दिन पहले ही रायपुर पुलिस ने ऐसे ही एक मामले का खुलासा किया था।

दरअसल पुलिस को एक माह पहले 22 मार्च 2023 को ग्राम नया कोकियाखार निवासी संतोष कुमार पैंकरा ने अपनी पत्नी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उसने बताया कि 19 मार्च 2023 के सुबह उसकी 47 वर्षीय पत्नी अपने मायके जाने घर से निकली है लेकिन वह मायके नहीं पहुंची है। इस मामले में पुलिस ने गुम इंसान का मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। पुलिस ने इसके बाद महिला की तलाश शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि संतोष कुमार पैंकरा की 37 साल पहले शादी हुई थी और दो बेटियां भी है। पुत्र के लालच में संतोष पैंकरा ने दूसरी शादी कर ली। इसके बाद इसकी पहली पत्नी से हमेशा विवाद होता था।

पुलिस ने जब महिला के मायके से पूछताछ की तो पता चला कि 20 मार्च को संतोष कुमार पैंकरा अपने साले को बताया कि 19 मार्च को उसकी दीदी घर के लिए निकली थी। इसके बाद से सभी ने उसकी तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। पुलिस ने इस मामले जांच का दायरा बढ़ाया और फोरेंसिंक टीम व डॉ ग स्क्वाड की मदद ली। इस बीच महिला के कपड़े जंगल में मिले जिसकी पहचान उसकी बेटियों ने की। इसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर संतोष पैंकरा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पुलिस की पूछताछ में संतोष पैंकरा टूट गया और सारी सच्चाई बता दी। संतोष पैंकरा ने जो सच्चाई बताई उसने पुलिस को भी हैरान कर दिया।

हत्या के बाद बाड़ी में गाड़ दी थी लाश
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 18 मार्च रात लगभग 10:30 बजे उसका अपनी पत्नी से विवाद हुआ। विववाद इतना बढ़ गया कि उसने अपनी पत्नी की बेरहमी से पिटाई की जिससे उसकी मौत हो गई। पत्नी की मौत होने के बाद उसने शव को घर के पास बाड़ी में कुछ गढ्ढा खोदकर पैरा गादा एवं लकड़ी के ढेर में छिपाकर 10 दिनों तक रखा। इसबीच उसने अपनी पत्नी के लापता होने की झूठी कहानी बना दी। पुलिस को उलझाने के लिए उसने यह कहानी बनाई।
इधर 10 दिन बाद छिपाकर रखे शव के उपर पैरा गादा व लकड़ी डालकर आग लगाकर जला दिया। अस्थियों को यहां के नाले में फेंक दिया और पुलिस व लोगों को गुमराह करने के लिए मृतिका के कपड़े को बहालजोर राखत नाम के जंगल में फेंक दिया। जंगल से पुलिस ने मृतका के कपड़ों को बरामद कर लिया है। आरोपी के बयान के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ धारा 302, 201, 203 के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया है। इस पूरे मामले को सुलझाने में फारेंसिक एक्सपर्ट व डॉग स्क्वाड की महत्वपूर्ण भूमिका रही। साथ ही थाना प्रभारी बागबहार एसआई बीएन शर्मा, एएसआई नारायण प्रसाद साहू, आरक्षक राजेन्द्र रात्रे, फ्रांसिस बेक, आकाश कुजूर आदि का सराहनीय सहयोग रहा।