रायपुर। प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर नाराजगी जाहिर कर ज्ञापन सौंपा। राज्य के आईटीआई में विगत 10 वर्षों से कार्यरत निष्ठावान प्रशिक्षकों को उनके अधिकार एवं मांगो से वंचित रखा गया है। 24 अप्रैल को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर संघ द्वारा ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से संघ ने कहा कि 10 वर्ष सीटीआई ट्रेनिंग और वेतन वृद्धि में रोक लगाने से मानसिक व आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संघ ने नियुक्ति पत्र के अनुसार पीडि़तों की परिवीक्षा अवधि समाप्त कर न्याय करने की गुहार लगाई है। वहीं सप्ताह में 5 दिवस कार्य एवं संवित पदोन्नति आदेश शामिल है। उपरोक्त विषय में संघ द्वारा संचालक अवनीश शरण, रोजगार एवं प्रशिक्षण से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा गया।
संचालक से मुलाकात के दौरान संचालक द्वारा संघ के मांगो को सकारात्मक एवं सहानुभूति पूर्वक सुना गया और उचित कार्यवाही के लिए आश्वस्त किया गया है। मुलाकात के दौरान कमल वर्मा संयोजक कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन रायपुर, एच पी साहू संयोजक रायपुर ट्रेड यूनियन काउंसिल आर के साहू भूतपूर्व संस्था प्रमुख आईटीआई आरंग, बिनोद कुमार साहू प्रदेश अध्यक्ष, संतोष कुमार वर्मा उपाध्यक्ष, मनोज वर्मा महासचिव, संघ के समस्त पदाधिकारीगण एवं आईटीआई के प्रशिक्षण अधिकारी उपस्थित थे।
वहीं सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा प्रदेश के सभी संस्थाएं जहां पूर्व से दूसरा व तीसरे शनिवार को अवकाश था उसके स्थान पर हर शनिवार अवकाश घोषित किया गया है. नियमानुसार प्रदेश के सभी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में भी यह नियम लागू किया जाना चाहिए क्योंकि पूर्व का आदेश इन सभी संस्थाओं में लागू था किन्तु यह आईटीआई स्तर पर अधिकारियों द्वारा लिया जा रहा है जो नियमानुसार गलत है। संघ ने सामान्य प्रशासन विभाग के उक्त आदेश को सभी संस्थाओं में एक समान लागू करने का आग्रह किया है।
इसके पहले छत्तीसगढ़ आईटीआई कर्मचारी अधिकारी संघ द्वारा 24 अप्रैल को इंद्रावती भवन में आमसभा बैठक रखी गई थी जिसमें एच.पी साहू संयोजक ट्रेड यूनियन काउंसिल आईटीआई विभाग के कर्मचारियों की समस्यायों से अवगत हुए। अपने उद्बोधन में कर्मचारी एकता के लिए अपने मांगो के लिए एकजुट रहने के लिए संघ के सदस्यों को प्रेरित किया। हमेशा बातचीत का रास्ता खुले रखकर अधिकारियों से बात करने की सलाह दिए। संघ सरकार शासन प्रशासन से यह मांग करता है कि आईटीआई विभाग में कार्यरत प्रशिक्षक के साथ अतिशीघ्र न्यायसंगत कार्यवाही की जायें।