रायपुर। आरक्षण विधेयक को लेकर छत्तीसगढ़ में बवाल मचा हुआ है और ऐसे समय में एक अफवाह तेजी से फैल गई। अफवाहों में यह बात सामने आई कि राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने आरक्षण विधेयक बिना हस्ताक्षर के सरकार को लौटा दिया है। हालांकि यह खबर फर्जी निकली। राजभवन ने इस पर स्थिति स्पष्ट की है जिसमें कहा गया है कि फिलहाल आरक्षण संसोधन विधेयक नहीं लौटाया गया है।
बता दें चार माह पहले छत्तीसगढ़ विधानसभा में आरक्षण संसोधन विधेयक सर्वसम्मति से पारित किया गया था। इसके बाद विधेयक पर हस्ताक्ष्रर के लिए राजभवन भेजा गया। तात्कालीन राज्यपल अनुसुइया उइके ने हस्ताक्षर नहीं किया और इस बीच उन्हें दूसरे राज्य भेज दिया गया। इधर छत्तीसगढ़ के नए राज्यपाल के रूप में विश्वभूषण हरिचंदन पदस्थ हुए। अभी भी आरक्षण विधेयक पर कोई बात नहीं बन पाई है। इस बीच शुक्रवार को यह खबर तेजी से फैली कि राज्यपाल ने आरक्षण संसोधन विधेयक बिना हस्ताक्ष्रर के लौटा दिया है। जबकि राज्यपाल द्वारा ऐसा नहीं किया गया। इस संबंध में राजभवन ने ही स्थिति स्पष्ट की है।
