रायपुर। मुख्यमंत्री बघेल ने गुढिय़ारी गोगांव में छतीसगढ़ महतारी की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। करीब 25 लाख रुपये की लागत से यहां छतीसगढ़ महतारी की आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गई है। प्रतिमा के सामने पूजन- वंदन करते चार छत्तीसगढ़ी महिलाओं की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में 121 करोड़ से ज्यादा के विकास कार्य जनता को समर्पित किए। इन कार्यों में हीरापुर जरवाय में सीएंडडी प्लांट का लोकार्पण भी है। यहां पर मलबों की प्रोसेसिंग कर पेवर ब्लॉक, टाइल्स, ड्रेन कवर का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि शहरों में निर्माण गतिविधियों में वृद्धि होने से तोडफ़ोड़ और अन्य प्रक्रियाओं से निकलने वाले निर्माण एवं विध्वंस के मलबा का उचित प्रबंधन हो सकेगा। फिलहाल वह चौपाल कार्यक्रम में जनता से रूबरू हो रहे हैं।


मुख्यमंत्री बघेंल लगातार विधानसभावार भेंट-मुलाकात कार्यक्रम कर रहे हैं। उनकी चौपाल अब रायपुर पहुंच गई है। सीएसबी ग्राउंड गुढिय़ारी में मुख्यमंत्री बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इससे पहले मुख्यमंत्री बघेल ने वीर सावरकर वार्ड के अटारी स्थित दुर्गा मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। इस दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख-शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इसके अलावा नालंदा परिसर में मिलेट कैफे का भी उद्घाटन किया।


नालंदा परिसर में मिलेगा कोदो-कुटकी, रागी से बने व्यंजनों का स्वाद
मुख्यमंत्री बघेल ने आयुर्वेदिक कॉलेज के सामने स्थति नालंदा परिसर में मिलेट कैफे का लोकर्पण किया। यहां उन्होंने कोदो-कुटकी, रागी से बने लजीज़ व्यंजनों का स्वाद भी चखा। रायपुर के दूसरे मिलेट कैफ़े का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अब नालंदा परिसर में पढऩे आने वाले छात्र- छात्राओं को पोषक मिलेट्स के आहार मिलेंगे। इससे उनको अब जंक फ़ूड नहीं खाने पड़ेंगे और पढ़ाई के साथ स्वस्थ रहने की चुनौतियों से विद्यार्थी आसानी से निपट सकेंगे। यहां आने वाले लोगों को अब रागी, कोदो-कुटकी, ज्वार, संवा जैसे मिलेट्स से बने व्यंजनों का स्वाद मिल सकेगा।