मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में पुलिस जवान को बंधक बनाकर पिटाई का मामला सामने आया है। पुलिस जवान अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंचा था इस दौरान आरोपियों ने उसे बंधक बनाया और बुरी तरह से पिटाई की। इस दौरान आरोपियों ने सिपाही के मुंह में लकड़ी भी ठूंस दी। घटना के बाद आरोपियों ने पुलिस थाने पहुंचकर झूठी कहानी भी बना दी। हालांकि वे पुलिस को चकमा नहीं दे पाए। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार यह पूरा मामले लोरमी थाना क्षेत्र का है। लोरमी थाने में पदस्थ पुलिस कॉन्स्टेबल विनोद ओगरे रविवार की शाम गोड़खाम्ही गांव जांच के लिए निकला था। इस दौरान आरक्षक को ग्राम घोरबंधा निवासी आयुष पात्रे द्वारा अवैध शराब के परिवहन की जानकारी मिली। विनोद ओगरे ने उसका पीछा किया। लेकिन यहां उल्टा हो गया। आरक्षक को ही आरोपियों ने बंधक बना दिया और उसके साथ बेरहमी के साथ मारपीट की।

इस दौरान आरक्षक ने घटनाक्रम की वाइस रिकार्डिंग मोबाइल पर की और अपनी बहन को भेज दिया। इधर बहन ने अपने एक परिचित सिपाही को इसकी जानकारी दी और इस प्रकार मामला लोरमी पुलिस तक पहुंची। इधर आरोपियों ने आरक्षक का मोबाइल भी छीन लिया। यही नहीं आरोपियों ने आरक्षक को फंसाने के लिए उसे जबरदस्ती शराब पिलाई और उसके मुंह में लकड़ी ठूंस दी। इधर लोरमी पुलिस भी आरक्षक को खोजते हुए मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। इस दौरान पुलिस को काफी मशक्कत भी करनी पड़ी।

इस बीच आरोपी आरक्षक विनोद ओगरे को लेकर एसपी ऑफिस पहुंच गए और शिकायत दर्ज कराई। आरोपियों ने बताया कि आरक्षक ने शराब के नशे में आकर मारपीट की थी। हालांकि पुलिस उनकी कहानी में नहीं आई और सभी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने सच्चाई बता दी। इस मामले में पुलिस ने रामप्रसाद पात्रे (56), उसके दो बेटों रामप्रताप (34), उपेंद्र (29) तथा विकास खाण्डेकर (18) को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक आरोपी फरार बताया जा रहा है। वहीं घायल आरक्षक का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।