रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना का संक्रमण रफ्तार पकडऩे लगा है। प्रदेश में लगातार केस बढ़ते जा रहे हैं। अब मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 14 स्कूली बच्चे पॉजिटिव हो गए हैं। इसके बाद उन्हें आइसोलेट किया गया है। यह बच्चे आदिवासी बालिका और बालक छात्रावास के हैं। इसके बाद हॉस्टल में भी जांच की जा रही है। दूसरी ओर कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (जीपीएम) जिले और कोरबा में स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की टीम ने मॉक ड्रिल किया है। अफसरों की ओर से बताया गया है कि वैक्सीन की सप्लाई बंद है और फिलहाल इसे लेकर कोई निर्देश भी नहीं मिले हैं।

छुट्टी के बाद घर से लौटे थे बच्चे
मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के मोहला क्षेत्र में स्थित दो शासकीय संस्थान के छात्रावासों में 14 बच्चे संक्रमित मिले हैं। यह सभी बच्चे पोस्ट मैट्रिक छात्रावास और प्रीमैट्रिक आदिवासी छात्रावास के हैं। इनमें नौ छात्राएं और पांच छात्र शामिल हैं। बताया जा रहा है कि, सभी बच्चे छुट्टी के बाद हॉस्टल लौटे थे। इस दौरान कुछ में सर्दी-खांसी और अन्य लक्षण दिखाई दिए। इस पर उनकी आरटीपीसीआर जांच की गई। इसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. सीमा ठाकुर ने बताया कि, बच्चों के इलाज की उचित व्यवस्था के साथ ही कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है।


ऑक्सीजन प्लांट, मेडिसिन और तैयारियों का लिया जायजा
प्रदेश में संक्रमण की दर तेजी से बढ़ रही है। इसे देखते हुए कोरबा में स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियों का आकलन शुरू कर दिया है। अधिकारियों के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से मॉक ड्रिल करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति का जायजा लिया गया। सीएमएचओ डॉ. एसएन केसरी ने बताया कि, इस बात का परीक्षण कर रहे हैं कि ऑक्सीजन प्लांट से लेकर ऑक्सीजन मास्क उपकरण और मेडिसिन की क्या स्थिति है। तकनीकी उपकरण किस हालत में हैं। पिछले महीने जिले में एक महिला की मौत हो चुकी है। वह कोविड पॉजिटिव थी।


जिला अस्पताल में बढ़ाए जा सकेंगे 58 बेड
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (जीपीएम) जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में मॉक ड्रिल की गई। कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया ने प्री फेब कोविड आइसोलेशन वार्ड, आईसीयू, कंट्रोल रूम, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर, ऑक्सीजन प्लांट सहित आवश्यक सुविधाओं को जांचा। जिला अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 11 बेड रिजर्व हैं। इन्हें जरूरत पडऩे पर बढ़ा कर 69 किया जा सकता है। कलेक्टर ने कोरोना लक्षण वाले मरीजों के लिए अलग प्रवेश द्वार और अलग ओपीडी बनाने के निर्देश दिए हैं। डॉक्टरों और चिकित्सा स्टॉफ की सुरक्षा के लिए कक्ष में कांच की दीवार बनाने के भी निर्देश दिए।