अफसरों को नहीं दिखती डीपीएस की दीवार, नहीं नजर आते अधिकारियों के कब्जे
भिलाई। बिना तहसीलदार और पुलिस प्रशासन के हिंदुओ की आस्था के प्रतीक सेक्टर 9 मंदिर में डोम शेड को तोडऩे पहुंचे बीएसपी के अधिकारियों के खिलाफ हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। मंदिर परिसर में महिलाओं को मारने पीटने वाले बीएसपी के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट के अधिकारियों के खिलाफ हिंदू संगठन एक हो गये हैं। ‘बीएसपी तुझसे बैर नहीं, महिलाओं पर अत्याचार करने वालो की खैर नहीं’ के नारे के साथ अब भिलाई के सभी हिन्दू संगठन मोर्चा खोल दिया है। हिन्दू संगठनों ने पीडि़त पंडितों और महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट का घेराव करने की तैयारी कर ली है।
हिन्दू संगठनो के पदाधिकारियों ने हनुमान मंदिर सेक्टर -९ में पत्रकारवार्ता में बताया कि विगत शनिवार को बीएसपी एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट के अधिकारी सेक्टर 9 हनुमान मंदिर के पास डोम शेड को तोडऩे पहुंचे थे। भक्तों और पुजारियों ने जब इसके लिए मना किया तो अधिकारियों ने पुजारियों और महिलाओं पर हाथ उठाया, उनके साथ झुमा छुटकी और मारपीट की। भक्तों को भी नहीं बख्शा गया। इससे पहले भी बीएसपी के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने सेक्टर 8 स्थित मंदिर को तोड़ा था। उस समय भी लोगों ने मंदिर नहीं तोडऩे का अनुरोध किया था। पर अधिकारियों ने अपना ईगो सेटिस्फाई करने के लिए मंदिर परिसर को नुकसान पहुंचाया। हिंदू संगठनों के प्रबल विरोध के बाद बीएसपी के अधिकारियों ने इस मामले में माफी भी मांगी थी। पर अधिकारियों के खिलाफ जनभावना को ठेस पहुंचाने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे उनके हौसले बुलंद हो गए।

सेक्टर 9 के हनुमान मंदिर में भिलाई ही नहीं पूरे प्रदेश के नागरिकों की आस्था है। यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त दर्शन करने आते हैं। भिलाई से बाहर जाकर महानगरों और विदेशों में बस गए भक्त भी जब-जब भिलाई आते हैं, हनुमानजी के दर्शन करने यहां जरूर आते हें। हनुमान जयंती पर तो यहां भोर से ही भक्तों का रेला शुरू हो जाता है जो देर रात तक चलता है। डोमशेड इन भक्तों को तेज गर्मी से राहत दिलाने के लिए बनाया गया था। 6 अप्रैल को हनुमान जयंती है। ऐसे में इस समय डोमशेड तोडऩे की कोशिश करने को हिन्दू संगठन भक्तों की आस्था पर हमला मान रहे हैं।

हिंदू संगठनों ने साफ कर दिया है कि अब वे शांत नहीं रहेंगे। हिन्दुत्व और महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए वे आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। हिंदू संगठनों ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यह लड़ाई भिलाई इस्पात संयंत्र से नहीं है। यह लड़ाई उन अत्याचारी अधिकारियों के खिलाफ है जो पंडितों, भक्तों और महिलाओं का सम्मान करना नहीं जानते।

DPS रिसाली और अन्य कब्जों पर मेहरबानी?
बीएसपी की जमीन पर ही डीपीएस स्कूल है रोड तक घेर के बाउंड्री वॉल बना रखा है। हिन्दू संगठनों ने पूछा है कि उन पर कार्यवाही क्यों नहीं होती? बीएसपी के अधिकारियों ने भी अपने बीएसपी आवासों में भारी भरकम अतिरिक्त निर्माण किया है। उनके खिलाफ कभी कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती?
तोड़ू दस्ते ने प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया
हिन्दू संगठनों ने कहा है कि हिंदू धर्म की आस्था पर हमला करने वालों ने सार्वजनिक मंदिर पर कार्रवाई के लिए प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया। बीएसपी को बिना तहसीलदार और पुलिस प्रशासन के कार्यवाही नहीं करनी चाहिए थी। आज जो कुछ मंदिर परिसर में हुआ है वह कल किसी के भी घर में हो सकता है। ऐसी गुंडागर्दी नहीं चलने दी जाएगी।
- रवि निगम, बजरंग दल




