इंदौर। रामनवमी के मौके पर इंदौर में बावड़ी की छत गिरने से हुए हादसे में अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है। हादसे के 22 घंटे बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। अब भी बावड़ी में गिरे लोगों को निकाला जा रहा है। घटना की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लगातार यहां से लोगों को निकाला जा रहा है। गुरुवार शाम तक मृतकों का आंकड़ा 13 तक पहुंचा था जो अग बढ़कर 35 तक पहुंच गया है। बावड़ी को ढके बिना ढलाई करने को लेकर अब मंदिर प्रबंधन पर सवाल खड़े हो गए हैं।
बता दें इंदौर गुरुवार को रामनवमी के दिन सबसे पुराने इलाकों में एक स्नेह नगर के बेलेश्वर महादेव मंदिर में भी श्रद्धालु उमड़े हुए थे। सुबह के करीब 11:55 बजे रहे थे और मंदिर में हवन हो रहा था। श्रद्धालु आरती की तैयारी में लगे थे उसी दौरान हादसा हो गया। अचानक छत ढह गई और लोगों को अंदाजा भी नहीं था कि नीचे इतनी बड़ी बावड़ी है। एक एक कल लोग बावड़ी में गिरते चले गए। सबसे आखिर में गिरे लोगों को तो बचा लिया गया लेकिन नीचे दबे लोग मौत के मुंह में समा गए। अब तक 35 लोगों की इस हादसे में मौत हो गई है। अब तक 18 लोगों को बचाया जा चुका है। रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ के 15, एसडीआरएफ के 50 और आर्मी के 75 जवानों की टीम जुटी है।

सीएम शिवराज ने दिए न्यायिक जांच के आदेश
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूरी घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और घायलों को 50 हजार रुपए की मदद देने का ऐलान किया है। घायलों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी। इसके अलावा पीएम राष्ट्रीय राहत कोष से भी मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए की मदद की घोषणा की गई है।
