रायपुर। आरक्षण विधेयक को लेकर एक बार सीएम भूपेश बघेल ने राजभवन पर तंज कसा है। शुक्रवार को मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत रूप से मैं राज्यपाल का बहुत सम्मान करता हूं वे मेरी बड़ी बहन हैं। लेकिन बात जहां हमारे नौजवानों की आती है तो यह जरूरी हो जाता है। राजभवन भारतीय जनता पार्टी के हाथों में खेल रहा है जो कि बहुत की दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारे युवाओं के भविष्य का सवाल है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेन भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मैनपाट जाने से ठीक पहले रायपुर में मीडिया से चर्चा करते हुए यह बातें कही। आरक्षण पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए ही आरक्षण किया गया। आरक्षण का लाभ भी तो युवाओं को ही मिलना है। विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं होने से युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। राज्यपाल संवैधानिक पद है और बिल पर वे हस्ताक्षर करें या उसे लौटा दे। उन्हें अनंतकाल का इसे रोके रखने का अधिकार है लेकिन यह भी ध्यान रखे कि इससे प्रदेश के लाखों युवाओं युवाओं का भविष्य अधर में लटका हुअ है।
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर भी बोले
इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लोकसभा में दिए गए भाषण भी बोलेद्व उन्होंने कहा कि 70 प्लस के प्रधानमंत्री मोदी ने सीना ठोक कर भाषण दिया बहुत अच्छा लगा। लेकिन वे वह बात नहीं बोले जो पूरा देश सुनना चाहता है। अडानी के बारे में एक शब्द उन्होंने नहीं कहा। एलआईसी के पैसे डूब रहे हैं, एसबीआई के पैसे फंसे हुए हैं। इसके बारे में प्रधानमंत्री ने एक भी शब्द नहीं कहा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीना ठोककर बात की, अच्छा लग रहा था, 70 प्लस होने के बाद भी दमखम बाकी है। उन्हाने यह नहीं बताया कि अडानी दूसरे नंबर से खिसक कर 23वें नंबर पर कैसे पहुंच गए, और जो 609 नंबर से दूसरे नंबर पर कैसे पहुंच गए। लोकसभा में राहुल जी ने यही पूछा था कि अडानी के साथ कितने देशों की यात्रा की। वहां पर क्या डील हुई। प्रधानमंत्री सीना ठोककर बोल तो रहे थे लेकिन मुद्दे की बात उन्होंने अपने पूरे भाषण में नहीं की।