दुर्गग्रामीण विधानसभा स्तरीय लोककला महोत्सव में दो दिनों हुआ शानदार आयोजन
दुर्ग। छ. ग. की कला को निखारने के लिए दो दिवसीय लोक कला महोत्सव का आयोजन ग्राम अछोटी मे दो दिवसीय रखा गया । इस आयोजन मे दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के अंतर्गत के विभिन्न लोकनृत्य से संबंधित सामुहिक लोकनृत्य, रुप मे सुवा नृत्य, पंथी नृत्य, डंडा नृत्य, कर्मा आदि मे सम्मिलित किया गया था। आयोजन में सामुहिक लोकगीत तहत फाग गीत, जसगीत, आदि के साथ लोकगाथा मे पंडवानी, भरतरी बांसगीत तथा लोकनाट्य विधा मे नाचा गम्मत की प्रस्तुति दी गई।

दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के कलाकारों को मंच प्रदान करने के साथ साथ लोककला के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न विधा मे लगभग एक हज़ार से ज्यादा कलाकारो ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। विशेष आकर्षण में आयोजन समिति द्वारा मुख्य अतिथि के स्वागत में बैलगाड़ी की सवारी के साथ राऊत नित्य की शानदार प्रस्तुति कर समस्त अतिथियों का स्वागत किया गया।


इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गृह, जेल, लोक निर्माण, धर्मस्य एवं पर्यटन मंत्री छ.ग. शासन ताम्रध्वज साहू, अध्यक्षता अध्यक्ष जिला पंचायत दुर्ग शालिनी रिवेन्द्र यादव, विशेष अतिथि, महामंत्री, प्रदेश कांग्रेस जितेन्द्र साहू, सदस्य मंडी बोर्ड तारकेश्वर चंद्राकर, अध्यक्ष, जनपद पं. दुर्ग देवेन्द्र देशमुख, उपाध्यक्ष, ज. पं. दुर्ग झमित गायकवाड़, कृषि सभापति जि. पं. दुर्ग योगिता चंद्राकर, संरक्षक समाजसेवी हर्ष साहू, महापौर, न. नि. रिसाली शशि सिन्हा, सभापति, न.नि. रिसाली केशव बंछोर, अध्यक्ष, सरपंच संघ मुकुंद पारकर, सभापति ज.प. दुर्ग टिकेश्वरी लाल देशमुख, सरपंच ग्राम अछोटी दुर्ग घनश्याम दिल्लीवार, अध्यक्ष सेवा सहकारी समिति कुथरेल अध्यक्ष शिवनारायण दिल्लीवार उपस्थित थे।


कार्यक्रम का स्वागत भाषण समाज सेवी हर्ष साहू ने आयोजन में सभी कलाकारों का अभिनंदन के साथ उत्साह वर्जन किया। सरपंच घनश्याम दिल्लीवार ने इस आयोजन को सफल बनाने हेतु सभी आभार व्यक्त किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि मंत्री साहू ने कहा कि इस महोत्सव में दुर्ग ग्रामीण विधान सभा के कलाकारों के द्वारा अपनी भाषा संस्कृति और कला का प्रदर्शन किया गया।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से ऐसे आयोजनों से स्थानीय कलाकारों को भी उनकी कला को प्रदर्शित करने का मौका मिलता है। इससे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कलाकार आगे बढ़ते है और लोक कला तथा स्थानीय परंपरा एवं संस्कृति की पहचान विश्व स्तर पर होती है। आगे कहा की प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष रुचि के चलते राज्य में छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति एवं परंपराओं को जीवंत बनाए रखने का सार्थक प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश सरकार के संरक्षण के चलते कला और संस्कृति के पुष्पित एवं पल्लवित होने का अनुकूल वातावरण निर्मित हुआ है राज्य सरकार लोक कलाकारों के संरक्षण एवं संवर्धन का काम कर रही है।

लोक महोत्सव के तहत आयोजित सुआ, कर्मा दादरिया, पंडवानी, नाचा गम्मत और राउत नाचा, आयोजन के दूसरे दिन गुरुवार को प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में समा बांधा। इस अवसर पर सेवा सहकारी समिति कोडिया अध्यक्ष भरत चंद्राकर, सेवा सहकारी समिति उतई दिवाकर गायकवाड, सरपँच ग्राम पंचायत चिंगरी पुष्पा देशमुख, सरपँच तिरगा घसियाराम देशमुख, सरपँच मंजू यादव, बिरेन्द्र दिल्लीवार, जनपद सदस्य दीपिका चंद्राकर, रिसाली नगर निगम के पार्षद, सरपँच मंचादुर दिलीप पार्षद सोनिया देवांगन, राजेन्द्र रजक, पार्षद अनिल देशमुख, समीर साहू, दिग्विजय सिन्हा, दिगम्बर दिल्लीवार, रजत दिल्लीवार, बरातू दिल्लीवार सहित राजीव मितान क्लब के सदस्य गण,सहित समस्त ग्रामवासी बड़ी संख्या में मौजूद थे। मंच संचालन खिलेंद्र संजू यादव ने किया।