एक महिला के लिए उसके यूट्रस का स्वास्थ्य बहुत जरुरी होता है। महिलाओं में होने वाली बहुत सी समस्याएं यूटरस हेल्थ से जुड़ी होती हैं। यूट्रस में होने वाले इंफेक्शन और कैंसर जैसी समस्याओं से बचने के लिए यह जरूरी है कि हम अपने यूट्रस की हेल्थ का ध्यान रखें। कुछ लोग रिप्रोडक्शन प्रक्रिया को रेगुलर करने के लिए मेडिकल सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं। लेकिन इनकी अधिक मात्रा में सेवन करने से इसके साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे कि आप सिर्फ कुछ फूड्स का सेवन करके भी अपने यूट्रस को हेल्दी रख सकती हैं।
सूखे मेवे और बीज
अपने यूट्रस को हेल्दी रखने के लिए आप सूखे मेवे जैसे बादाम, काजू, अखरोट और फ्लैक्सीड का सेवन जरूर करें। यह ओमेगा 3 से भरपूर होता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। यह यूट्रस में होने वाले फाइब्रॉयड्स और यूटरिन कैंसर की समस्या के खतरे को भी कम करने में सहायक है।आप इनका सेवन दूसरी चीजों में मिलाकर भी कर सकते हैं जैसे बेक्ड फूड। बिस्किट, लड्डू, खीर, केक, आदि में इन्हें डालने से स्वाद और सेहत दोनों ही अच्छा होगा।
नींबू का करें उपयोग
नींबू के अंदर भरपूर मात्रा में विटामिन सी मौजूद होता है जो न केवल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मददगारहै, बल्कि महिलाओं के गर्भाशय और ओवरी से बैक्टीरिया को दूर भी कर सकता है। यह बैक्टीरिया यूट्रस में इंफेक्शन की समस्या पैदा कर सकते हैं। ऐसे में नींबू के सेवन से खतरनाक इन्फेक्शन को दूर रखा जा सकता है।
आहार में शामिल करें पत्तेदार सब्जियां
पत्तेदार सब्जियां खाने से हमारे शरीर में अल्कलाइन बैलेंस बना रहता है और मिनरल्स और फॉलिक एसिड की कमी पूर्ति भी होती है। इसलिए हमें पालक और मेथी जैसे पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। यह फाइबर से भी भरपूर होती है।
फलों का करें सेवन
ताजे फलों में विटामिन सी और फ्लेवनॉयड प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह यूट्रस से जुड़ी समस्याओं के नेचुरल ट्रीटमेंट में काम आते हैं। इससे फाइब्रॉयड की संख्या बढ़ती है और ओवराइन कैंसर का खतरा कम होता है। मंचिंग के लिए आप खाने के बीच बीच में जंग फूड के बजाय इन फलों का सेवन करें। यह आपकी हेल्थ के लिए अच्छे हैं।
डेयरी प्रोडक्ट्स को करें शामिल
अपनी डाइट में ऐसी चीजों को जोड़ें, जिनमें कैल्शियम और विटामिन दोनों मौजूद हो। उदाहरण के तौर पर आप अपनी डाइट में डेयरी प्रोडक्ट्स को जोड़ सकते हैं जैसे- दही, पनीर, दूध आदि न केवल गर्भाशय के लिए अच्छे हैं बल्कि इससे ओवरी भी स्वस्थ रह सकती है। बता दें कि कैल्शियम के सेवन से हड्डियां मजबूत रहती हैं और विटामिन डी के सेवन सेफाइब्रॉयड्स को गर्भाशय से दूर रखा जा सकता है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी सेहत के लिए फायदेमंद है। इसमें एन्टीऑक्ससिडेंटहोते है जो यूट्रसको हेल्दी रखते है। ग्रीन टी यूट्रेस में फाइब्रॉएड्सको रोकने में असरदार होता है। इसके लिए महिलाओं को अपनी डाइट में ग्रीन टी को शामिल करना चाहिये। होल ग्रेनहोल ग्रेन फाइबर से भरपूर होते हैं। इनका सेवन करने से हमारा पाचन तंत्र और यूट्रस दोनों ही हेल्दी होते हैं। यह हमारे शरीर में अत्यधिक एस्ट्रोजन को बाहर निकाल देता है।
कैस्टरऑयल का करें प्रयोग
अगर आपको अपना यूट्रसको हेल्दी रखना है तो कैस्टरऑयल का प्रयोग करें।डॉक्टरों का मानना है कि कैस्टर ऑयल के सेवन से ओवेरियन सिस्ट और यूट्रस में फाइब्रॉइडसकी समस्या भी दूर होती है। कैस्टर ऑयल में रेकोनोलिक एसिड होता है जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है और यूट्रस में इंफेक्शन का शिकार नहीं होता।