सरसों का साग यूं तो पंजाब में बहुत ही फेमस है, लेकिन ठंड के मौसम में अलग-अलग शहरों में लोग इसे खाना पसंद करते हैं। आमतौर पर, सरसों के साग को मक्का की रोटी के साथ खाया जाता है, लेकिन बहुत से लोग इसे गेंहू के आटे की रोटी के साथ भी खाते हैं। ठंड के मौसम में जब तरह-तरह की हरी पत्तेदार सब्जियां मार्केट में बेहद कम दामों में मिलती हैं तो ऐसे में सरसों का साग बनाकर आप भी अपनी सेहत का ख्याल आसानी से रख सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको सरसों का साग बनाने की आसान विधि के बारे में बता रहे हैं-
सरसों का साग की सामग्री
एक गुच्छा सरसों का साग, आधा गुच्छा बथुआ के पत्ते, आधा गुच्छा पालक के पत्ते, 1 कप कटी हुई मूली के पत्ते, 3 से 4 इंच सफेद मूली की जड़, 1 कप मेथी के पत्ते- कटे हुए, 1 कप कटा हुआ प्याज या 2 मध्यम आकार का प्याज, 1.5 कप कटे टमाटर, 2 इंच अदरक- कटा हुआ, 2 हरी मिर्च- कटी हुई, 7 से 8 लहसुन मध्यम आकार का कटा हुआ, आधा छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर, 2 से 3 चुटकी हींग, 2 से 3 कप पानी या आवश्यकतानुसार, 2 बड़े चम्मच बारीक मकई का आटा, नमक जरुरत के अनुसार।
सरसों का साग की विधि
सबसे पहले सभी सब्जियों को साफ करके काट लें। फिर साग को बहते पानी में अच्छी तरह धो लें। एक 5 लीटर स्टोवटॉप प्रेशर कुकर मक्की का आटा को छोड़कर सब्जियां व अन्य मसाले डालें। प्रेशर कुक को ढक दें और मध्यम-तेज़ आंच पर 6 से 7 मिनट या उससे अधिक समय तक पकाएं। अगर कड़ाही में पका रहे हैं, तो ढक दें और साग को नरम और नरम होने तक पकने दें। समय-समय पर चेक करते रहें।
एक ब्लेंडर में पानी और मक्के के आटे के साथ साग डालें और स्मूद होने तक मिलाएं। एक और गहरे पैन में या उसी कुकर में, प्यूरी की हुई सब्जियां डालें। धीमी आंच पर बीच-बीच में हिलाते हुए 25 से 30 मिनट तक अच्छी तरह उबाल लें। दूसरे छोटे पैन में तेल गरम करें। कटे हुए प्याज डालें और मध्यम-धीमी आंच पर हल्का भूरा होने तक भूनें।
तैयार साग डालें। एक दो मिनट के लिए हिलाएं और उबालें। जब साग में उबाल आ जाए तो बीच-बीच में हिलाते रहें। आपका सरसों का साग बनकर तैयार है। आप इसे मक्की की रोटी या गेंहू की रोटी के साथ खा सकते हैं।