रायपुर। गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी को देश की राजधानी दिल्ली के राजपथ पर इस बार छत्तीसगढ़ की झांकी नहीं होगी। रक्षा मंत्रालय की समिति ने छत्तीसगढ़ की झांकी का चयन नहीं किया है। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से यहां के मिलेट मिशन पर आधारित झांकी भेजी गई थी जो समिति को आकर्षित नहीं कर पाई। छत्तीसगढ़ की झांकी के चयनित नहीं होने पर प्रदेश के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने इसे निराशाजनक बताया।
बता दें पिछले वर्ष गणतंत्र दिवस परेड पर छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना पर आधारित झांकी राजपथ पर दौड़ी थी। देशभर में छत्तीसगढ़ की इस योजना को सराहा गया। राजपथ पर भी इस झांकी को देखने वालों ने इसकी सराहना की थी। इस बार छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्यकी महत्वाकांक्षी योजना मिलेट मिशन की झांकी भेजी थी जो चयनित नहीं हो पाई। जबकि कुछ दिन पहले की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी छत्तीसगढ़ के मिलेट मिशन की सराहना कर चुके हैं।
जानिए कौन करता है झांकी का चयन
गणतंत्र दिवस परेड के लिए झांकियों का चयन करने की जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय की होती है। न केवल चयन की बल्कि परेड और झांकी के आयोजन और मैनेजमेंट की जिम्मेदारी भी रक्षा मंत्रालय की ही होती है। किस राज्य की झांकी होगी और किसकी नहीं उसके लिए एक्सपर्ट की समिति बनाई जाती है। समिति के द्वारा ही उन राज्यों का चयन किया जाता है जिनकी झांकी होगी। इस समिति में कल्चर, पेंटिंग, संगीत, कृषि, कोरियोग्राफी, कला, साहित्य जैसे कई क्षेत्रों के एक्सपर्ट शामिल होते हैं।





