धमतरी। जिले के वन परिक्षेत्र से लगे गांवों में इन दिनों हाथियों के झुंड खतरा बने हुए हैं। ग्रामीणों में इसका डर भी है इसके कारण गांव छोड़ने को मजबूर हैं। ताजा मामले में हाथियों के झुंड ने एक बुजुर्ग को कुचलकर मार डाला। बुधवार को खेतों में बुजुर्ग की लाश मिली थी। मृतक बुजुर्ग को लेकर बताया जा रहा है कि वह हाथियों के झुंड को भगाने के लिए तंत्रमंत्र करने आया था लेकिन उन्हीं हाथियों का शिकार हो गया।
यह दर्दनाक घटना सीतानदी-उदंती अभयारण्य के साल्हेभाट गांव का है। यहां 32 हाथियों के दल ने 70 वर्षीय बुजुर्ग बुधराम कावड़े को कुचल कर मार दिया। बुधवार को शव मिलने के बाद उसका भांजे ने सच्चाई का खुलासा किया। दरअसल बुजुर्ग 27 दिसंबर की रात को साल्हेभाट पहुंचा था और भांजे से कहा कि वह हाथियों के दल को तंत्रमंत्र से भगा देगा। यह कहकर उसने भांजे व अन्य रिश्तेदारों को खल्लारी भेज दिया था।
इसके बाद रात को वह तंत्रमंत्र भी करने लगा। बताया जा रहा है कि गांव में बड़ी मात्रा में महुआ बनाया जाता है और इसकी गंध हाथियों को आकर्षित करती है जिसके कारण यहां इनका खतरा था। बुधवार रात को भी हाथियों का झुंड महुए की गंध से ही साल्हेभाट पहुंचा था। हाथियों के पहुंचने के बाद भांजे ने बुधराम को भी घर छोड़ने को कहा था लेकिन वह नहीं माना। इसकी सूचना वन विभाग को भी दी गई। वन विभाग की टीम पहुंची और बुधराम घर में ही छिप गया था। रात में ही हाथियों के झुंड ने बुधराम को अपना शिकार बना लिया। उसे कुचलकर मार डाला। दूसरे दिन खेत में उसकी लाश मिली। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया है। वहीं मृतक के परिजनों को वन विभाग की ओर से 25 हजार की सहायता राशि दी गई।





