कोरोना काल में जब लॉकडाउन लगा था तब केंद्र सरकार द्वारा अस्सी और नब्बे के दशक के काफी सीरियल दोबारा से प्रसारित किए गए थे जिसमें रामायण, महाभारत सबसे प्रमुख थे। इस दौरान डीडी नेशनल पर रामानंद सागर की रामायण का पुन: प्रसारण किया गया। इस प्रसारण से पूरे 33 साल बाद रामायण की यादें फिर से ताजा हो उठी थी। पुरानी पीढ़ी से लेकर नई पीढ़ी तक हर कोई इस धारावाहिक से जुड़ा हुआ था। इन्हीं में से जो सबसे ज्यादा किरदार लोगों को भाया वह था मेघनाद का यानी विजय अरोड़ा का।
साल 1987 में पहली बार प्रकाशित हुई रामायण में ऐसे कई कलाकारों ने काम किया था, जिन्होंने अपनी एक गहरी छाप छोड़ी थी। हालांकि वक्त के साथ तालमेल न बिठा पाने के कारण यह सभी सितारे एक वक्त के बाद गुमनाम हो गए थे। ऐसे ही जबरदस्त कलाकारों में से एक थे विजय अरोड़ा, जिन्होंने रामायण में रावण के बेटे इंद्रजीत यानी मेघनाद का अहम किरदार निभाया था। ऐसे में जब रामायण का दोबारा प्रसारण हुआ, तो सबसे ज्यादा मेघनाद के किरदार ने सुर्खियां बटोरी थीं।
विजय ने इस किरदार को अपने अभिनय से हमेशा के लिए अमर कर दिया। कहा जाता है विजय की एक्टिंग को लेकर एक समय अभिनेता राजेश खन्ना भी डर गए थे। एक दौर में विजय अरोड़ा इतने मशहूर हो गए थे कि राजेश खन्ना को भी अपनी लोकप्रियता के लिए खतरा महसूस होने लगा था। कई हिट फिल्मों का हिस्सा रहने के बाद 1987 में रामानंद सागर की नजर विजय अरोड़ा पर पड़ी थी, जिसके बाद उन्हें यह किरदार मिला था। उन्होंने इस किरदार को इतनी मजबूती से निभाया कि आज भी लोग उनमें मेघनाद की छवि देखते हैं।

अभिनेता विजय अरोड़ा का जन्म 27 दिसंबर 1944 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था। उन्होंने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था। साल 1972 में उन्होंने फिल्म ‘जरूरत से बॉलीवुड इंडस्ट्री में कदम रखा था। इस फिल्म में उनके साथ रीना रॉय थीं। सत्तर के दौर में जब विजय ने अपना करियर शुरू किया था, उस वक्त राजेश खन्ना हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के साथ दिलों पर भी राज कर रहे थे। कहा जाता है कि यादों की बारात के बाद विजय की बढ़ती लोकप्रियता ने राजेश खन्ना को भी इनसिक्योर कर दिया था। इसके बाद विजय ने फागुन, एक मु_ी आसमान, इंसाफ, 36 घंटे, रोटी जैसी फिल्मों में काम किया। संयोग से रोटी में लीड रोल राजेश खन्ना ने निभाया था। विजय अरोड़ा ने अपने करियर में 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और साथ-साथ कई सीरियल्स भी किए थे।
विजय अरोड़ा ने छोटे पर्दे पर अपना करियर 1986 की सीरीज विक्रम और बेताल से शुरू किया था। लेकिन उन्हें लोकप्रियता 1987 में आयी रामयाण से मिली। विजय ने मेघनाद का किरदार निभाया, जो ज्यादा लंबा नहीं था, मगर अपनी अदाकारी से उन्होंने इस किरदार में भी गहरी छाप छोड़ी थी। इस किरदार को निभाते वक्त विजय की उम्र 43 साल के आसपास थी। 2007 में स्टमक कैंसर से उनका निधन हो गया था।




