नई दिल्ली । लोकसभा और राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल के पास हो जाने के साथ ही अब राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद ही ये कानून बन जाएगा। जाहिर है केंद्र सरकार इस बिल को पास करवाने को अपनी बड़ी उपलब्धि मान रही है। वहीं विपक्ष इस मुद्दे पर हमलावर है। कांग्रेस की अंतरिम अद्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि इस बिल का पास होना कट्टरवाद की जीत है, वहीं राहुल गांधी ने भी इसे साजिश करार दिया है। अब राहुल के इस बयान का बिहार के डिप्टी सीएम व भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि वे पूर्वोत्तर में नस्ली सफाये का हौव्वा खड़ा कर रहे हैं।
सुशील मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, नागरिकता बिल के विरुद्ध दुष्प्रचार अभियान के अगुआ राहुल गांधी पूर्वोत्तर के राज्यों में कुछ समुदायों के नस्ली सफाये का हौव्वा खड़ा कर वहां अशांति फैला रहे हैं, जबकि उनकी पार्टी को पड़ोसी देशों में गैर मुस्लिम अल्पसंख्यकों का वास्तविक नस्ली सफाया कभी नहीं दिखा। कांग्रेस बताये कि पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों की आबादी 70 साल में 20 फीसद से घटकर 3 फीसद होना क्या नस्ली सफाया नहीं?
डिप्टी सीएम ने अपने ट्वीट में ये भी लिखा कि जिस पाकिस्तान की बुनियाद धर्म के आधार पर पड़ी और जिसने खुद को इस्लामी देश घोषित कर हिंदू, ईसाई, सिख और पारसी जैसे गैरमुसलिम अल्पसंख्यकों पर घोर अत्याचार किये उसके प्रधानमंत्री इमरान खान किस मुंह से भारत के नागरिकता संशोधन बिल का विरोध कर रहे है? उन्होंने ये भी लिखा कि सबसे शर्मनाक तो राहुल गांधी और राजद नेताओं के बयान हैं जो एक बार फिर पाकिस्तान के सुर में बोल रहे हैं। इमरान का बयान अगर भारत के आंतरिक मामलों में बेजा दखल है तो कांग्रेस के बोल भारत विभाजन की पीड़ा झेलने वाले उन करोड़ों शरणार्थियों के प्रति संवेदनहीनता से भरे हैं जिनके पुरखे राहुल गांधी से ज्यादा भारतीय थे।