अंबिकापुर. छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती 5 नवजात बच्चों की मौत के मामले में कार्रवाई करते हुए चिकित्सा शिक्षा विभाग के अवर सचिव ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ को निलंबित कर दिया है। घटना की रात डॉक्टर ड्यूटी से नदारद थे। वहीं डॉ. लखन सिंह से एमएस का पद छीन लिया गया। इसके अलावा इस घटना से 7 दिन पूर्व हुए जच्चा-बच्चा की मौत मामले में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर को भी सस्पेंड किया गया है। ये जानकारी होने के बाद भी घटना की रात ड्यूटी पर नहीं पहुंचीं थीं।
स्वास्थ्य मंत्री ने मांगा था रिपोर्ट
पांच दिसंबर केा रात में बिजली गुल होने के बाद एक-एक कर नवजातों ने दम तोड़ा था। इस मामले में काफी हंगामा होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने 48 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी थी। हालांकि जांच में बिजली गुल से मौत का कोई लेना-देना नहीं बताया गया था, बच्चों की मौत का कारण गंभीर बीमारी से पीडि़त होने की बात कही गई थी।
कार्रवाई की
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नवजातों की मौत मामले में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अवर सचिव ने 2 डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की है। 5 दिसंबर को जब नवजातों की मौत का मामला सामने आया तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था। जांच पश्चात अवर सचिव ने सीनियर रेसीडेंट (शिशु रोग विशेषज्ञ) डॉ. कमलेश प्रसाद विश्वकर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। जांच में यह पाया गया कि एसएनसीयू में भर्ती बच्चे गंभीर थे, इसके बाद भी 4 दिसंबर की रात डॉ. कमलेश ड्यूटी पर उपस्थित नहीं थे। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए कार्रवाई की गई। निलंबन अवधि में उन्हें सूरजपुर जिले के जिला चिकित्सालय सह अधीक्षक कार्यालय में अटैच किया गया है।

अस्पताल अधीक्षक को पद से हटाया
चिकित्सा शिक्षा विभाग के अवर सचिव ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अस्पताल अधीक्षक व मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. लखन सिंह के खिलाफ भी कार्रवाई की है। अवर सचिव ने उन्हें अस्पताल अधीक्षक के पद से मुक्त करते हुए उनकी जगह डॉक्टर आरसी आर्या को संचालक सह प्राध्यापक पैथोलॉजी विभाग के साथ अस्पताल अधीक्षक का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा है।




