भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रोपेन प्लांट-1 गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया। विभाग में मॉक ड्रिल के दौरान आज सुबह 10.35 बजे अचानक प्रोपेन गैस का रिसाव शुरू हो गया और इससे हुए विस्फोट में एक कर्मी गोपी दास मानिकपुरी बुरी तरह जख्मी हो गया। सूचना मिलने पर विभाग की और से कर्मचारी का रेस्क्यू कर फायर ब्रिगेड व मेन मेडिकल पोस्ट सूचना दी गई। साथ ही दुर्घटना की सुचना प्लांट कंट्रोल, सुरक्षा अभियांत्रिकी, सिविल डिफेंस, पर्यावरण विभाग, कार्य प्रबंधक, सीआईएसएफ कंट्रोल को भी दी गई।
सूचना मिलने के दो मिनट में अग्निशमन वाहन पहुंच गया। इसके कुछ देर बाद एम्बुलेंस भी पहुंचा जिससे घायल कर्मी के मेन मेडिकल पोस्ट भेजा गया। वहीं कुछ देरे की मशक्कत के बाद फायर कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया। इसके बाद संयंत्र की तकनीकी टीम ने गैस रिसाव को भी बंद किया। साथ ही कार्यस्थल से 5 कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हादसे के बाद कुछ देर में ही विभागीय टीम ने अपनी समझदारी ने स्थिति को सामान्य किया। दरअसल यह वास्तविक हादसा नहीं था बल्कि संयंत्र प्रबंधन द्वारा किया गया मॉकड्रिल था।
विषैली होती है। प्रोपेन गैस
मॉक ड्रिल रिव्यू मीटिंग के दौरान विभागीय सुरक्षा अधिकारी श्री पी डी सुन्दरानी ने बताया प्रोपेन एक विषैली गैस है जिससे गैस लगने का खतरा नहीं होता लेकिन बेहद विस्फोटक गैस है। विभागप्रमुख व महाप्रबंधक रमेश प्रसाद अहिरवार ने कहा कि मॉक ड्रिल कर्मी को हर वक्त सुरक्षा के प्रति सजग रखती है। मुख्य महाप्रबंधक जीए सोरते ने मॉक ड्रिल कार्यशैली की प्रशंसा करते हुये इसकी निरंतरता बनाये रखने पर जोर दिया। मॉकड्रिल में प्रोपेन प्लांट-1 विभाग से के आर चौरेन्द्र, धनसाय साहू, जगन मूड, मोहन बिसाई, छोटेलाल, संजय प्रसाद, परदेसी राम देवांगन, नंदी केश्वर, वैभव साहू आदि न का विशेष योगदान रहा।





