रायपुर। राजधानी में लूट की एक ऐसी घटना का पुलिस ने खुलासा किया जिसमे लूट हुई ही नहीं। दरअसल युवक ने लूट की झूठी कहानी सुनाई और पुलिस ने उसे सच मानकर आरोपियों की तलाश भी शुरू कर दी। हालांकि जांच के बाद मामला पूरी तरह से फर्जी पाया गया। इसके बाद शिकायत कर्ता से कड़ाई से पूछताछ करने पर यह मामला खुला। दरअसल युवक कर्ज से परेशान था और वसूली की रकम दबाने के लिए यह पूरी कहानी बना दी।
राजेन्द्र नगर पुलिस ने बताया कि 24 नवंबर को रावाभांठा मेटल पार्क में उसकी बिस्किट की फैक्ट्री का संचालक दीपेश कोड़वानी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया कि उसका सेल्समेन निखिल वलेचा 24 नवम्बर को डूमरतराई थोक बाजार अशोक ट्रेडर्स के पास से 92,000 रूपए लेकर निकला था। रास्ते में दो अज्ञात लोगों ने उसके आंख में मिर्ची पाउडर डालकर रुपए लूट लिए। शिकायत के बाद पुलिस ने अपराध दर्ज कर लुटेरों की तलाश में लग गई।
जांच के दौरान बताए गए जगह पर सीसी टीवी फुटेज जांचने पर ऐसी किसी भी वारदात के कोई सुबूत नहीं मिले। पुलिस को सेल्समेन निखिल वलेचा पर शक हुआ और उससे पूछताछ की गई। पूछताछ में निखिल वलेचा ने पूरा सच उगल दिया। पुलिस को उसने बताया कि वह कर्ज से परेशान था और इसलिए यह पूरी कहानी बनाई ताकि इन रुपयों से कर्ज चुका सकूं। पुलिस ने आरोपी निखिल वलेचा को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर 92 हज़ार रुपए एक अंगूठी और मोबाइल जब्त किया है।
