रायपुर। रेलवे ने अपने ट्रेनों में पार्सल सुविधा को बेहतर बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया को आसान बना दिया है। इसके तहत अब रेलवे अब अपनी कई सेवाओं को ई-ऑक्शन के माध्यम से टेंडर निकाल रहा है। इससे रेलवे ने राजस्व बढ़ाने के साथ की टेंडर प्रक्रिया को आसान बना दिया है। इसके तहत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के दुर्ग जंक्शन से चलने वाली दुर्ग विशाखापट्नम एक्सप्रेस के पार्सल बोगी को ई-ऑक्शन किया गया है। दो साल के लिए इस बोगी को 44 लाख रुपए दिया गया। अब दो साल के लिए रेलवे को एक निश्चित राशी मिल गई है।
माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुरू किया गया डिजिटल इंडिया अभियान कम समय और लागत में कार्यों को तीव्र गति दे रहा है। भारतीय रेल द्वारा विभिन्न स्रोतों से वाणिज्यिक आय एवं गैर किराया राजस्व अनुबंध को तीव्र गति देने के लिए निविदा की पुरानी प्रक्रिया की जगह ई-ऑक्शन की नई प्रक्रिया को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी कड़ी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल में पार्सल लीजिंग के तहत गाड़ी संख्या 18529 दुर्ग -विशाखापट्टनम एक्सप्रेस में 4 टन का रियर कंपार्टमेंट ई-ऑक्शन के द्वारा 2 साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट अवार्ड किया गया जिससे रायपुर रेल मंडल के गेर राजस्व में 44 लाख रुपए का इजाफा होगा।
पार्सल के साथ इन सेवाओं का भी होगा ई-ऑक्शन
इस प्रक्रिया के तहत पार्सल लीजिंग, पार्किंग, पे एवं यूज शौचालय, वाणिज्यिक पब्लीसिटी एवं स्टेशन पर एटीएम स्थापना आदि कार्य को ई-नीलामी के माध्यम से सुनिश्चित किया गया है। व्यवस्था को पारदर्शी एवं सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए भारतीय रेलवे ने ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम (आईआरईपीएस) के माध्यम से वाणिज्यिक आय और गैर-किराया राजस्व अनुबंधों को इलेक्ट्रॉनिक नीलामी के दायरे में लाने के लिए कदम उठाए हैं।

डिजीटल इंडिया के तहत किया गया लॉन्च
भारतीय रेल द्वारा डिजिटल इंडिया एवं डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह ई-नीलामी पोर्टल लांच किया गया है। ई-नीलामी के इस पोर्टल के माध्यम से भारत में कहीं भी रहने वाले बोलीदाता केवल एक बार पंजीकरण कर भारतीय रेलवे की किसी भी फील्ड, यूनिट द्वारा नीलामी में भाग ले सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक रूप से जमानत राशि जमा करने के बाद किसी परिसंपत्ति के प्रबंधन अधिकारों के लिए दूरस्थ रूप से बोली लगाई जा सकती है। सफल बोलीदाता बहुत कम समय में ऑनलाइन और ई-मेल के माध्यम से स्वीकृति प्राप्त करने में सक्षम हैं। अब ई-नीलामी प्लेटफॉर्म पर लाया जा रहा है । इससे दूर-दराज में रहने वाले आम लोग भी प्रौद्योगिकी का उपयोग करके कम समय में इसमें भाग ले सकते हैं, इससे निविदा प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी।




