कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में कार्यपालन अभियंता रहे एमके मिश्रा से शासन 4.65 करोड़ की रिकवरी करेगा। साथ ही इस भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पद से डिमोशन किया जाएगा। करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार और लेनदेन का खुलासा होने के बाद विभागीय अधिकारी से लेकर शासन तक हरकत में आया है। मिली जानकारी के अनुसार शासन ने मिश्रा को अब सहायक अभियंता के पद पर डिमोशन करने का आदेश जारी किया है। ईई मिश्रा को डिमोट करके एई पद दिया जाएगा।
कार्रवाई की जाएगी
भ्रष्ट अधिकारी फिलहाल जगदलपुर में कार्यपालन अभियंता के पद पर पदस्थ हैं। इस मामले में अवर सचिव, पीएचई रवीन्द्र कुमार मेढेकर ने कहा कि शिकायत के आधार पर सभी बिंदुओं पर जांच की गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कारवाई की अनुशंसा की गई है। ईएनसी द्वारा आगे की कारवाई की जाएगी।

इस तरह की गड़बड़ी को दिया अंजाम
अधिकारी ने कोरबा में 3 साल की पदस्थापना के दौरान 7.68 लाख रुपए की फोटोकॉपी, 20.12 लाख डीजल के नाम पर खर्च किए। ईई मिश्रा ने अपने कार्यकाल के दौरान कोरबा के चंद बड़े ठेकेदार एस के इंटरप्राइजेस, ज्योति इलेक्ट्रॉनिक्स और अग्रसेन ट्रेडर्स को कोटेशन के आधार पर लाखों का काम दिया गया था। हर टेंडर में इन तीनों ठेकेदार द्वारा ही हिस्सा लिया गया था। यहां तक की ठेकेदारों से जमा होने वाली अमानत राशि को भी ईई ने विभाग में जमा नहीं कराया था। संडेल, धनगांव, सुतर्रा, धवईपुर नलप्रदाय योजना को ई टेंडर के बजाए मैनुअल पद्धति से कराया गया था।
